जर्जर सड़क पर जलजमाव से संकट, नल-जल की टूटी पाइप से पानी मुहाल
नीम पोखर मोहल्ले में लोग कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। सड़क की खराब स्थिति और अतिक्रमण के कारण समस्याएं बढ़ गई हैं। नल-जल योजना की पाइपें टूटी हुई हैं, जिससे पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।...
शहर के वार्ड-4 में नीम पोखर मोहल्ला शहर के पुराने मोहल्लों में गिना जाता है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि यहां कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां के लोगों को कई तरह की जरूरी सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं। कादिराबाद से मोहल्ले तक की मुख्य सड़क पर कई जगह अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा रखा है। इसके अलावा मुख्य सड़क की जर्जर स्थिति लोगों के लिए समस्या बनी हुई है। इसी तरह जगह-जगह से नाले के खस्ताहाल होने से हल्की बारिश में ही मोहल्ले में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जगह-जगह से नल-जल योजना की पाइप टूटी होने की वजह से पानी की सप्लाई सही ढंग से नहीं हो पा रही है।
मोहल्ले के संजल कुमार, श्याम मंडल, जय नारायण मंडल, महेश महतो आदि ने कहा कि यहां के करीब-करीब सभी चापाकलों के खराब होने की वजह से लोगों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है। मुख्य सड़क के किनारे बिजली के खंभे लगी लाइटें महीनों से बंद हैं। इस वजह से शाम ढलने के साथ ही अंधेरा छा जाता है। ऐतिहासिक नीम पोखर पर बन रहे घाट का काम भी अधूरा छोड़ दिया गया है। मोहल्ले के कमलेश ठाकुर, उमेश महतो, काले राय, संकेत राय आदि ने कहा कि नल-जल योजना की पाइप जगह-जगह से फटी होने की वजह से पानी सही से घरों तक नहीं पहुंचता। जो भी थोड़ा- बहुत पहुंचता है उसमें नाली का पानी मिले होने की वजह से किसी काम का नहीं रहता। इसे ठीक कराने के लिए कई बार वार्ड पार्षद श्याम मंडल से कहा गया, बावजूद इसे ठीक नहीं किया जा रहा। इसी तरह मुख्य सड़क पर लगातार अतिक्रमण का दायरा बढ़ रहा है। नगर निगम और जिला प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है। मोहल्लेवाले इसलिए भी चुप रहते हैं कि अतिक्रमणकारियों से कहकर भी कोई फायदा नहीं होता। स्थानीय मोहन साह का कहना है कि मोहल्ले की सड़क जर्जर होने की वजह से आए दिन बच्चे दुर्घटना के शिकार होते हैं। वार्ड पार्षद से लेकर निगम के पदाधिकारियों तक इसे बनाने की गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। मोहल्ले में नल-जल योजना से तो किसी को लाभ मिला नहीं, बावजूद इसके मोहल्ले के चापाकलों की मरम्मत के काम को भी नजरअंदाज कर दिया गया है। इस वजह से लोगों को पीने के पानी के साथ ही अन्य जरूरतों के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है। लोगों ने कहा कि पहले ऐसा नहीं होता था। हर साल गर्मी शुरू होने से पहले खराब चापाकलों को नगर निगम की ओर से ठीक कराया जाता था, लेकिन इस साल मोहल्ले में जलापूर्ति की व्यवस्था को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। मोहन मल्लिक कहते हैं नाले की मरम्मत समय पर नहीं होने से आने वाले दिनों में बरसात का पानी सड़क पर जमा होने की आशंका बन रही है। पहले भी जलनिकासी के अभाव में प्रत्येक बारिश के बाद मोहल्ला चारों तरफ पानी से घिर जाता है। हर साल वार्ड पार्षद केवल सब ठीक कराने का आश्वासन देते हैं, अभी तक कोई भी काम धरातल पर नहीं उतरा। -बोले जिम्मेदार- बारिश होने पर मोहल्ले में अगर पानी जमा हो जाता है तो वहां नगर निगम की ओर से दमकल लगाकर पानी की निकासी करायी जाती है। पीने के पानी की समस्या होती है तो वाटर टैंकर भेजकर लोगों को पानी की आपूर्ति करायी जाती है। नाला निर्माण की दिशा में भी काम होगा। - रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर नीम पोखर मोहल्ले में पेयजल आपूर्ति की समस्या है। लोगों की शिकायत जायज है। पेयजल संकट को दूर करने के लिए नयी पाइपलाइन बिछाने की योजना है, लेकिन बुडको और पीएचईडी की सुस्ती से परेशानी झेलनी पड़ रही है। नगर आयुक्त को इस सम्बन्ध में कह चुके हैं। बावजूद इसके काम नहीं हो रहा है। - श्याम शर्मा, वार्ड 04 के पार्षद।
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