पैसे के लेन-देन में बैंकाक के बिजनेसमैन के घर एनआईए का छापा
Gorakhpur News - बिजनेसमैन के भाई पूर्व प्रधान से गांव में पूछताछ के बाद शहर के मकान में आई टीम बिजनेसमैन के भाई पूर्व प्रधान से गांव में पूछताछ के बाद शहर के मकान मे

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता गुजरात की एक महिला के खाते में लेनदेन से जुड़े मामले में बैंकॉक के व्यवसायी के खजनी इलाके में स्थित पैतृक गांव और शहर के मकान पर एनआईए की टीम ने शनिवार को छापा डाला। आठ घंटे तक तलाशी और पूछताछ के बाद व्यवसायी के बेटे को चार जून को दिल्ली ऑफिस पर तलब कर टीम लौट गई। छापेमारी के दौरान प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस भी मौजूद रही। एनआईए की कार्रवाई से हड़कम्प मचा रहा। टीम ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी जबकि व्यवसायी के बेटे ने 15 हजार रुपये के ट्रांजेक्शन में पूछताछ की बात कही।
खजनी क्षेत्र के रावतडाड़ी गांव निवासी पन्नेलाल बैंकाक में कारोबार करते हैं। शनिवार की भोर में करीब चार बजे उनके घर एनआईए की टीम पहुंची। घर पर पन्नेलाल के भाई पूर्व प्रधान मुन्नीलाल मिले। उन्होंने बताया कि उनके भाई बैंकाक में रहते हैं। टीम ने पन्नेलाल के बेटे और बेटी के बारे में पूछा तो मुन्नी लाल ने बताया कि उनके भाई का परिवार गोरखपुर के मकान पर रहता है। जिसके बाद मुन्नी लाल को अपने साथ लेकर गोरखपुर आजाद नगर पूर्वी स्थित पन्नेलाल के मकान पर टीम पहुंची। यहां करीब साढ़े 12 बजे तक टीम ने घर की तलाशी के साथ ही परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। गुजरात की महिला को बेटे-बेटी ने किया था ट्रांजेक्शन बताया जा रहा है कि पन्नेलाल के बेटे अमन के बैंक खाते से चार जनवरी को गुजरात की रहने वाली अनीता देवी के खाते में 15 हजार रुपये भेजा गया था। टीम उसी ट्रांजेक्शन के बारे में पूछताछ करने आई थी। अमन ने बताया कि वह चाय की दुकान पर बैठा था तभी कोई आया और कहा कि खाते में पैसा हो तो इस एकाउंट में भेज दीजिए, मैं इसके बदले मैं कैश दे दूंगा। अमन ने दस हजार रुपये अपने खाते से तो वहीं पांच हजार रुपये उसकी बहन शिवानी ने अपने खाते से ट्रांसफर कर दी थी। एनआईए इस बात को मानने को तैयार नहीं है। टीम को शक है कि पन्नेलाल के कहने पर ही ट्रांजेक्शन हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में केस भी दर्ज किया गया है। टीम ने मोबाइल का एक्सेस भी लिया है। उसी आधार पर उसका डाटा खंगालने में टीम जुटी हुई थी। हालांकि पूछताछ के बाद बाहर निकली टीम ने मीडिया से कुछ बताने से इंकार कर दिया है। एनआईए टीम ने अमन और उसकी दोनों बहनें शिवानी और शिवाली से पूछताछ की। इसके बाद अमन को 4 जून को दिल्ली कार्यालय में पहुंचने के लिए नोटिस देकर टीम वापस हो गई। परिवार पर बल प्रयोग का आरोप पन्नेलाल यादव के भतीजे दीपक यादव ने मीडिया को बताया कि एनआईए की कार्रवाई के दौरान उनकी नाबालिग बेटी पर बल प्रयोग किया गया। इसके अलावा, घर में मौजूद महिलाओं के साथ कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल हुआ। दीपक ने दावा किया कि आठ घंटे की कड़ी पूछताछ के बावजूद एनआईए को कोई ठोस सबूत नहीं मिला। थाईलैंड में कारोबारी पन्नेलाल के बड़े बेटे अमन यादव ने भी परिवार पर कथित उत्पीड़न की शिकायत की। लखनऊ से आई आई थी एनआईए की विशेष टीम छापेमारी का नेतृत्व लखनऊ से आई एनआईए की विशेष टीम ने किया, जिसके प्रमुख राजेश कुमार पांडेय थे। उनके साथ मनीष कुमार, वकील खान और गोरखपुर प्रशासन की तरफ से अपर उपजिलाधिकारी प्रशांत वर्मा व अपर नगर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी तथा दो नायब तहसीलदार मौजूद रहे। सुबह 4 बजे शुरू हुई यह कार्रवाई दोपहर 12:30 बजे तक चली। राजस्व टीम और पुलिस प्रशासन का मौन खजनी पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में कोई बयान देने से इनकार कर दिया है। एनआईए की टीम ने भी मीडिया से दूरी बनाए रखी और कोई जानकारी साझा नहीं की। थाइलैंड में कारोबार करते हैं पन्नेलाल यादव पूर्व प्रधान मुन्नीलाल के मुताबिक उनके भाई पन्नेलाल यादव थाइलैंड में करीब 25 साल से कारोबार करते हैं। वह कौन से कारोबार करते हैं इसके बारे में कोई ठोस जानकारी किसी के पास नहीं है। हालांकि उसी कारोबार से जुड़े लेनदेन का यह मामला बताया जा रहा है।
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