नदी पुनर्जीवन और वृक्षारोपण से ही जलवायु संकट का समाधान: मुख्यमंत्री योगी
Gorakhpur News - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में जल संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन, और नागरिक सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने नदियों के पुनर्जीवन और वृक्षारोपण को जरूरी बताया। गोरखपुर में स्मार्ट विकास की दिशा में...
गोरखपुर, मुख्य संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुर्यकण्ड धाम नगर में नव निर्मित कल्याण मंडपम का लोकार्पण समारोह में जल संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन, स्मार्ट सिटी की अवधारणा और नागरिक सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न संकटों से निपटने के लिए नदियों के पुनर्जीवन और वृक्षारोपण अभियान को जरूरी बताया और जनता से व्यापक भागीदारी की अपील की। उन्होंने निर्माणाधीन वर्किंग वुमेन हॉस्टल का नामकरण लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकों से जल संरक्षण और स्वच्छता के लिए सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि नदियां कभी हमारे जीवन की धमनियों के समान थीं, लेकिन आज वे लुप्त होती जा रही हैं।
अगर समय रहते इन्हें पुनर्जीवित नहीं किया गया, तो आने वाले समय में जल संकट एक बड़ी चुनौती बन सकता है। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि नदियों के कैचमेंट एरिया में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण जरूरी है। एक पेड़ मां के नाम अभियान को भावनात्मक जुड़ाव का माध्यम बताते हुए उन्होंने इसे अपनाने की अपील की। यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह अभियान न केवल पर्यावरण रक्षा बल्कि हमारी संस्कृति और पूर्वजों के प्रति सम्मान का प्रतीक भी बन सकता है। गोरखपुर में हो रहा है तेज़ी से स्मार्ट विकास मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले जहां गोरखपुर में एक भी रिंग रोड नहीं थी, आज शहर के चारों ओर आंतरिक और बाहरी रिंग रोड का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है। गोरखपुर से पिपराइच, कुशीनगर, देवरिया और वाराणसी तक सभी मुख्य मार्ग फोरलेन हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज रोड सोल्डरिंग सहित कई महत्वपूर्ण सड़कें चौड़ी की जा चुकी हैं। सुरक्षा और तकनीक का समावेश सीएम योगी ने नागरिकों से अपने घरों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील करते हुए कहा कि तकनीक आपकी सुरक्षा का प्रमुख माध्यम है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन और नागरिक साथ मिलकर काम करें, तो गोरखपुर को सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जा सकता है। स्वच्छता और जल निकासी की व्यवस्था पर फोकस सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि बारिश से पहले शहर के सभी नालों की सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन और नालों के नेचुरल ट्रीटमेंट की व्यवस्था से जलभराव की समस्या का समाधान संभव है। तकिया घाट पर किए गए प्रयोग को उन्होंने अन्य जगहों के लिए उदाहरण बताया। कल्याण मंडपम: नागरिक सुविधाओं में नया अध्याय मुख्यमंत्री ने बताया कि गोरखपुर नगर निगम प्रदेश का पहला ऐसा नगर निगम है, जिसने "कल्याण मंडपम" जैसी जनसुविधा शुरू की। उन्होंने कहा कि आमजन के लिए 11,000 या 25,000 में मांगलिक कार्यक्रमों की जगह उपलब्ध कराने की यह व्यवस्था एक सामाजिक समानता की दिशा में कदम है। गोरखपुर में सात कल्याण मंडपम बन रहे हैं जिनमें एक लोकार्पित हो चुका है। दूसरा आज लोकार्पित हुआ पांच अन्य निर्माणाधीन हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर का विकास केवल सड़कों और भवनों तक सीमित नहीं है, यह नागरिकों की संवेदनशीलता, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और सहभागिता से ही पूर्ण होगा। उन्होंने शहरवासियों को कल्याण मंडपम सहित सभी योजनाओं का लाभ उठाने और स्वच्छ, सुंदर, सुरक्षित, और स्मार्ट गोरखपुर के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। योग दिवस और बलिदान दिवस पर विशेष आह्वान मुख्यमंत्री ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में हर वार्ड और मोहल्ले स्तर पर जुड़ने की अपील की। उन्होंने 23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस पर एक पेड़ मां के नाम" कार्यक्रम को भी विशेष रूप से मनाने का आग्रह किया।
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