गंगा स्नान के दौरान परिजनों की आंखों के सामने दिल्ली का युवक गंगा में डूबा
Hapur News - -कई घंटों की मशक्कत के बाद शव हुआ बरामद साथ गहरे पानी में पहुंचने से हुआ हादसा -पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे -गोताखोर और नाविकों को खोजब

परिजनों के साथ बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा मैया में आस्था की डुबकी लगाने आया दिल्ली का युवक तेज बहाव के साथ गंगा के गहरे पानी में पहुंचकर डूब गया, जिसकी खबर मिलते ही पुलिस द्वारा लगाए गए गोताखोर और नाविकों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद शव बरामद कर लिया। दिल्ली के सीलमपुर क्षेत्र की ब्रह्मपुरी कालानी में रहने वाला करीब 32 वर्षीय अंकित कुमार जैन सोमवार की सुबह बुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष्य में ब्रजघाट तीर्थनगरी में आया था। जहां गंगा स्नान करने के दौरान तेज बहाव के साथ वह गहरे पानी में पहुंचकर डूबने लगा। आसपास में स्नान कर रहे परिजन और अन्य श्रद्धालुओं ने अंकित को डूबता देख शोर मचा दिया।
जिस पर गोताखोरों के साथ ही नाव चलाने वाले मल्लाहों ने गंगा में छलांग लगा दी। कुछ ही पलों के भीतर अंकित तेज बहाव के साथ गहरे पानी में डूब कर आंखों से ओझल हो गया। दिल्ली के युवक के गंगा में डूबने की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन में हडक़ंप मच गया। एसडीएम साक्षी शर्मा, सीओ वरुण मिश्रा, इंस्पेक्टर नीरज कुमार और चौकी प्रभारी इंद्रकांत यादव आनन फानन में मौके पर पहुंच गए, जिन्होंने निजी गोताखोर और नाव चलाने वाले मल्लाहों को गंगा में डूबे अंकित की खोजबीन में लगा दिया। जिन्होंने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद श्मशान घाट के पास गंगा की जलधारा से अंकित जैन का शव बरामद कर लिया। --परिजनों का रो रोकर बुरा हाल होने के साथ ही पत्नी और ताई जमीन पर गिरकर बेहोश हो गईं दिल्ली निवासी अंकित जैन के गंगा में डूबने की घटना होने से उसके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद गोताखोरों द्वारा शव बरामद कर लिया गया, जिसे देखते ही पत्नी हेमा जैन और ताई मीना जैन बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ीं। अंकित का शव बरामद होने पर उसके दो मासूम बच्चों समेत चचिया ससुर भगवान दास का रो रोकर बुरा हाल हो गया। --प्रशासन और सिंचाई विभाग की बड़ी लापरवाही ने ले ली अंकित की जान डूबने की घटनाओं की रोकथाम को सिंचाई विभाग ने कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान ब्रजघाट में गंगा किनारे करीब ढाई करोड़ की लागत से जैटी बेरिकेडिंग लगवाई थी, ताकि श्रद्धालु गहरे पानी में पहुंचने की बजाए उसके अंदर रहकर ही स्नान कर सकें। परंतु अंकित जैन की गंगा में डूबने से मौत होने की घटना ने सिंचाई विभाग के साथ ही प्रशासन के इस दावे की पोल खोलकर सामने ला दी है। जिस स्थान पर स्नान करते हुए अंकित गंगा में डूबा था, वह जैटी बेरिकेडिंग के ही अंदर आता है मगर वहां पानी की गहराई दस फिट से भी अधिक होने से डुबकी लगाने वालों की जान को गंभीर खतरा बना हुआ है। ---आए साल डूबने की दर्जनों घटना होने के बाद भी शासन स्तर से गोताखोर तैनात न किए जाने के कारण अनट्रेंड गोताखोर ही डूबने वालों को बचाने का जिम्मा संभाल रहे उत्तर भारत में ब्रजघाट तीर्थ स्थल को मुक्तिधाम के रूप में ख्याति हासिल है। हरिद्वार के उत्तराखंड में शामिल होने के बाद यहां आने वाले गंगा भक्तों की संख्या में काफी अधिक बढ़ोतरी होती जा रही है, परंतु इसके बाद भी शासन प्रशासन द्वारा यहां प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती को लेकर कोई भी कदम उठाया जाना संभव नहीं हो पा रहा है। आए साल डूबने की दर्जनों घटना हो जाती है, जिनमें महिला बच्चों समेत कई श्रद्धालुओं की जान तक चली जाती है। परंतु इसके बाद भी डूबने वाले श्रद्धालुओं को बचाने का जिम्मा पालिका स्तर से लगाए जाने वाले अनट्रेंड गोताखोर और नाव चलाने वाले मल्लाह ही निभाते आ रहे हैं, जिनके पास लाइफ सेविंग जैकेट से लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर और पानी में देखने वाली टॉर्च आदि की कोई व्यवस्था नहीं है। --शासन को भेजी जाएगी गोताखोरों की डिमांड एसडीएम साक्षी शर्मा और सीओ वरुण मिश्रा का कहना है कि ब्रजघाट तीर्थ नगरी में स्नान के दौरान गंगा में डूबने की घटना हो जाती है, जिनमें श्रद्धालुओं को बचाने के लिए प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से शासन को जल्द ही डिमांड भिजवाई जाएगी।
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