विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा की वर्तमान परिस्थितियों से अवगत कराया
Hapur News - डायट हापुड़ में चल रहे भारतीय भाषा समर कैंप में संस्कृत भाषा की महत्ता पर चर्चा की गई। प्रशिक्षक प्रभाकर मणि त्रिपाठी ने विद्यार्थियों को संस्कृत के लाभ और इसकी भूमिका के बारे में बताया। डॉ भीमराव...

डायट हापुड़ में भारतीय भाषा समर कैंप जारी है। इस दौरान संस्कृत भाषा की महत्ता पर प्रकाश डाला। समर कैंप के मुख्य प्रशिक्षक प्रभाकर मणि त्रिपाठी ने डीएलएड के सभी विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा की वर्तमान परिस्थितियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि संस्कृत भाषा पढ़कर केवल शिक्षक ही नहीं, आईएएस पीसीएस परीक्षा में संस्कृत भाषा को लेकर अधिकारी के रूप में भी कार्य कर सकते हैं। डॉ भीमराव अंबेडकर ने सर्वप्रथम संस्कृत को भारत की राष्ट्रीय भाषा किए जाने का पुरजोर समर्थन किया था। यदि संस्कृत भाषा भारत की राष्ट्रभाषा होती तो भारत की दशा और दिशा कुछ ओर ही होती।
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के जिला संयोजक एवं प्रशिक्षक प्रदीप कुमार शास्त्री ने बताया कि भारत की संस्कृति संस्कृत में ही निहित है। उन्होंने भारतीय नदी एवं पर्वत श्रृंखलाओं का परिचय कराते हुए संस्कृत भाषा में श्लोक के माध्यम से नदियों और पर्वतों के महत्व पर प्रकाश डाला। समर कैंप के नोडल अधिकारी हिंदी प्रवक्ता पिंटू कुमार ने कहा कि संस्कृत भाषा सभी भारतीय भाषाओं की जननी है। इस दौरान अनेक डीएलएड के अभ्यर्थी मौजूद रहे।
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