वट अमावस्या के उपलक्ष्य में दूसरे दिन भी उमड़ी भक्तों की भीड़, सूर्यास्त होने तक गूंजते रहे गंगा मैया के जयकारे
Hapur News - वट अमावस्याहिलाओं ने पूजा कर सदां सुहागिन रहने को प्रार्थना की -सूर्यास्त होने तक गूंजते रहे गंगा मैया के जयकारे फोटो नंबर 201 से 204 तक गढ़मुक्तेश्वर

वट अमावस्या के उपलक्ष्य में दूसरे दिन भी कई राज्यों से आए महिला बच्चों समेत तीन लाख से भी अधिक भक्तों ने पतित पावनी मोक्ष दायिनी गंगा मैया में आस्था की डुबकी लगाकर विभिन्न अनुष्ठान किए। गरीब निराश्रितों को दान देने के साथ ही गर्मी में राहत को प्याई भी लगवाईं। वट अमावस्या के उपलक्ष्य में मंगलवार को दूसरे दिन भी दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब समेत वैस्टर्न यूपी के दर्जनों जनपदों से आए तीन लाख से भी अधिक भक्तों ने मुक्ति धाम ब्रजघाट समेत पुष्पावती पूठ और लठीरा के कच्चे घाट में आस्था की डुबकी लगाकर विभिन्न अनुष्ठान संपन्न किए। ब्रजघाट तीर्थनगरी की सैकड़ों धर्मशाला, आश्रम और मंदिर परिसर फुल होने से रात में आने वालों को पक्के बांध, मुख्य बाजार, स्टेशन रोड, शिवचौक समेत कई जगह खुले में रात बिताने को मजबूर होना पड़ा।
देर रात में अधिकांश भक्तों की भीड़ गंगा किनारे एकत्र हो गई थी, जहां ब्रह्मकाल का शुभ मुहूर्त प्रारंभ होने पर हर हर गंगे के जयकारों के बीच मोक्ष दायिनी में डुबकी लगाने का क्रम प्रारंभ हो गया था, जो देर शाम में सूर्यास्त होने तक निरंतर चलता रहा। अधिकांश भक्तों ने गंगा में डुबकी लगाने के बाद किनारे पर बैठे पंडितों से भगवान सत्यनारायण और विवाहिताओं ने सावित्री की कथा सुनकर दक्षिणा दी। अधिकांश भक्तों ने गंगा में डुबकी लगाने के उपरांत ब्रजघाट तीर्थनगरी के वेदांत मंदिर, अवंतिका देवी सिद्धपीठ, हनुमान मंदिर, गंगा मंदिर, श्रीकृष्ण, शीतल आश्रम में पहुंचकर अपने ईष्ट देवों की पूजा अर्चना कर मनौती मांगीं।
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