दंपति की मौत से सत्ताइस साल पहले की याद ताजा हुई
Hapur News - गढ़मुक्तेश्वर में नवीन गुप्ता और उनकी पत्नी कविता की गैस लीक से मौत ने 27 साल पुरानी एक दर्दनाक घटना की याद ताजा कर दी। दोनों की चिता गंगा किनारे एक साथ जलाई गई, जिससे पूरे मोहल्ले में मातम छा गया।...

गढ़मुक्तेश्वर। दंपति की मौत होने के बाद गंगा किनारे एक साथ चिता जलने से सत्ताइस साल पहले हुई दर्दनाक घटना की याद फिर से ताजा हो गई, जहां हर किसी की आंखों से आंसू की धारा बह निकली। गढ़ के मोहल्ला घोसियान में रहने वाले स्टांप विक्रेता नवीन गुप्ता और उनकी पत्नी कविता की दुलहैंडी के दिन रंग खेलने के बाद बाथरूम में हाथ मुंह धोते समय गीजर से गैस लीक होने के कारण दम घुटने से मौत हो गई। दोनों की अर्थी एक साथ घर से उठीं तो परिजनों की चीत्कार सुनकर हर किसी का कलेजा कांप उठा। मोहल्ले से लेकर समूचे नगर में हर तरफ मातम पसर गया और पत्थर दिल इंसानों की आंखों से इस हृदय विदारक दृश्य को देख आंसू छलक उठे। दोनों अर्थी ब्रजघाट तीर्थनगरी के श्मशान घाट में ले जाई गईं, जहां गंगा किनारे एक दूसरे के बराबर में दोनों चिताओं को बड़े बेटे दिव्याम कंपकंपाते हाथों ने मुखाग्नि दी। नवीन गुप्ता और उनकी पत्नी कविता की एक साथ चिता जलने का दिल दहलाने वाला दृश्य देखते ही हर किसी के दिल दिमाग में सत्ताइस साल पहले हुई घटना की याद ताजा हो गई। जनरल स्टोर व्यापारी मोहन लाल आहूजा, मास्टर मुुकेश कंसल, एडवोकेट राजेंद्र हंसल ने बताया कि करीब सत्ताइस साल पहले रिश्तेदारी में जाते समय हरियाणा के सोनीपत जनपद में टाटा सूमो कार दुर्घटनाग्रस्त होने पर जगदीश लाल मक्कड़ और उनकी पत्नी कांता की दर्दनाक ढंग में मौत हो गई थी। जिनकी चिता नवीन गुप्ता और कविता की तरह एक साथ ही गंगा किनारे ब्रजघाट के श्मशान घाट में जलाई गई थीं।
--नवीन गुप्ता और कविता ने समाज की बंदिशों को ताक पर रखते हुए किया था प्रेम विवाह
स्टांप विक्रेता नवीन गुप्ता वैश्य और कविता पंजाबी बिरादरी से जुड़ी थी, जिन्होंने सामाजिक बंदिशों की कोई भी परवाह किए बिना एक दूसरे से प्रेम विवाह किया था। जिसको लेकर कुछ दिनों तक समाज के लोगों ने हाय हौल्ला भी मचाया था, परंतु बाद में सब कुछ शांत होने पर कविता के परिजन भी मिलने जुलने लगे थे।
--माता पिता के आकस्मिक निधन से मासूम बेटों के सिर से उठा साया, पालन पोषण से लेकर देखभाल को लेकर उठा गंभीर सवाल
स्टांप विक्रेता नवीन गुप्ता और उनकी पत्नी कविता का आकस्मिक ढंग में निधन होने से सोलह वर्षीय बेटे दिव्याम और आठ वर्षीय बेटे माधव के सिर से साया उठ गया है। जिनकी देखभाल से लेकर भरण पोषण का सवाल लोगों में चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है। मृतक के भाई प्रवीण राहुल का कहना है कि भाई और भाभी का आकस्मिक निधन होने पर उनके दोनों मासूम बेटों की वह अपनी संतान की तरह परवरिश करेगा, जिसमें उसके जीवित रहने तक किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं हो पाएगी।
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