सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराएंगे हिन्दू मंदिर: मिलिंद
Jhansi News - झांसी में विश्व हिन्दू परिषद के महासचिव मिलिंद परांडे ने कहा कि हिन्दू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने के लिए कानून का प्रारूप तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि देश में बांग्लादेशी और...

झांसी, संवाददाता विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव मिलिंद परांडे ने कहा, जहां हिन्दू आबादी में कमजोर हो जाएगा, वहां हिन्दुओं के लिए संकट खड़ा होगा। अपने देश में हिन्दू समाज अनेक दशकों से स्वतंत्रता के पूर्व से लेकर स्वतंत्रता के बाद में भी जो एक भेदभावाक व्यवहार हो रहा है। केवल और केवल हिन्दू मंदिर सरकारी नियंत्रण में है, जबकि अन्य धार्मिक स्थल सरकार के नियंत्रण में नहीं है। इसके लिए हिन्दू मंदिरों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त कराने के लिए कानून का प्रारूप तैयार किया है। जिसे सांसदों के अलावा सभी प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को दिया जा रहा है।
सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मिलिंद परांडे ने कहा कि भारत में इस समय बाग्लादेशी और म्यांमार के रोहिंग्गा मुस्लिम करोड़ो की संख्या में रह रहे हैं। ये सभी देश के संविधान व देशभक्ति का सम्मान नहीं करते है। यह देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा, हिन्दू मंदिर समाजसेवा और हिन्दुआें के हितों के लिए काम करें, सरकार से हिन्दू मंदिर मुक्त कराने के बाद मंदिरों में आने वाला पैंसा केवल हिन्दुआं के लिए खर्च किया जाएगा। देश के कई हिस्सों में हिन्दुओं की संख्या घट रही है। यदि हिन्दुओं की आबादी कम होगी तो उनका अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। हर हिन्दू परिवार में दो बच्चे होने चाहिए। उन्होंने कहा कि देश भर में डेढ़ सौ शिविर में 20 हजार युवक-युवतियों को राष्ट्र प्रेम, देशभक्ति और संस्कृति से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है। सरकार के संरक्षण से हिन्दू मंदिरों को मुक्त कराने के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज, आईएएस, वकील और धर्माचार्य है, जो कानून का मसौदा तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि देश में जातिवाद कम हुआ है। लेकिन समाप्त नहीं हुआ।जातिगत जनगणना हिन्दू विरोधी है। जनगणना के समय सभी हिन्दू धर्म लिखे, जाति कुछ भी लिख सकते हैं।
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