Tribute to Martyr Satyanand Singh Thousands Attend Final Farewell in Hata नक्सली हमले में शहीद जवान का शव पहुंचा घर, उमड़ा लोगों का सैलाब, Kushinagar Hindi News - Hindustan
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नक्सली हमले में शहीद जवान का शव पहुंचा घर, उमड़ा लोगों का सैलाब

Kushinagar News - ढाढा, हिन्दुस्तान संवाद। हाटा कोतवाली क्षेत्र के रामपुर सोहरौना निवासी व नक्सली हमले में शहीद हुये जवान का शव रविवार की सुबह घर पहुंचा। शहीद जवान

Newswrap हिन्दुस्तान, कुशीनगरMon, 16 June 2025 03:49 AM
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नक्सली हमले में शहीद जवान का शव पहुंचा घर, उमड़ा लोगों का सैलाब

ढाढा, हिन्दुस्तान संवाद। हाटा कोतवाली क्षेत्र के रामपुर सोहरौना निवासी व नक्सली हमले में शहीद हुये जवान का शव रविवार की सुबह घर पहुंचा। शहीद जवान का एक झलक पाने के लिए हाटा के महुआरी चौराहे से लेकर शहीद के पैतृक गांव में लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। इसमें शामिल जनप्रतिनिधियों समेत प्रशासनिक अधिकारी व सीआरपीएफ के आईजी ने पहुंच कर नम आंखों से जवान को विदा किया। इस दौरान वंदे मातरम व भारत माता की जयघोष चारों तरफ गूंजता रहा। लोगों ने नम आंखों से जवान को अंतिम विदाई दी तथा तिरंगा में लिपटे जवान को साथियों ने गार्ड आफ आनर की सलामी दी।

रामपुर सोहरौना निवासी प्रेम सिंह के चार बेटों में दूसरे नंबर का बेटा सत्यवान कुमार सिंह वर्ष 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ था। उनकी तैनाती झारखंड में थी। बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह नक्सल विरोधी तालाशी अभियान में उड़िसा बार्डर के पास जंगल में उनकी टीम गई हुई थी। उस दौरान नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर सीआरपीएफ टीम पर हमला कर दिया। इस घटना में सत्यवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना की जानकारी परिवार के लोगों को सुबह हुई। सत्यवान के शहीद होने की सूचना जंगल में आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई। रविवार को शहीद का पार्थिव शरीर लेकर शासकीय सम्मान के साथ सीआरपीएफ के अधिकारी सुबह 10 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां पर पहले से मौजूद सैकड़ों युवाओं ने शव को फूल मालाओं से लाद लेकर गांव पहुंचे। कुशीनगर के बार्डर मझना नाला, सुकरौली तितला, महुआरी सहित अन्य जगहों पर लोगों ने पुष्प अर्पित किए और वंदेमातरम की जयघोष करते रहे। शहीद सत्यवान सिंह के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव रामपुर सोहरौना पहुंचने पर पूरे गांव समेत उमड़े लोगों ने आंसू भरी आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद सत्यवान सिंह अपने पीछे पिता प्रेम सिंह, माता गीता देवी, पत्नी प्रियंका मल्ल और बेटे सभ्य सिंह उर्फ नमन को छोड़ गए हैं। शहीद सत्यवान सिंह के अंतिम विदाई देने हजारों लोग पहुंचे। अंतिम यात्रा के दौरान भारत माता की जय के नारे लगाए गए। वहीं सीआरपीएफ के आईजी मनोज ध्यांती, कमांडेंट सतीश कुमार दुबे, सूबेदार विनय कुमार सिंह, हाटा विधायक मोहन वर्मा, पूर्व विधायक पवन केडिया, पूर्व जिलाध्यक्ष जयप्रकाश शाही, भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, नपा अध्यक्ष हाटा रामानंद सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष सुकरौली राजनेति कश्यप, वरिष्ठ भाजपा नेता इंजीनियर ऋषि त्रिपाठी, केन यूनियन चेयरमैन विवेक सिंह बंटी, ब्लॉक प्रमुख रंजना सिंह, ज्ञानविक्रम सिंह, वीरेंद्र सिंह सैंथवार, रामबचन सिंह, रणजीत सिंह, एडीएम वैभव मिश्र, एसडीएम योगेश्वर सिंह, सीओ कसया कुंदन सिंह, तहसीलदार नरेन्द्र राम, प्रभारी निरीक्षक राम सहाय चौहान ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया। पार्थिव शरीर को विधायक मोहन वर्मा, पूर्व विधायक पवन केडिया, नगर पंचायत अध्यक्ष राजनेति कश्यप, जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, ढाढा चीनी मिल के डीडी सिंह सहित अन्य लोगों ने कंधा देकर अंतिम संस्कार किया। वहीं प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी देकर राजकीय सम्मान के साथ शव का अंतिम संस्कार किया गया। -------- मुझे गर्व है कहकर, बेसुध हो गई शहीद की पत्नी प्रियंका ढाढा, हिन्दुस्तान संवाद। देश के नाम पर शहीद हो गए, हमें आपकी पत्नी होने पर गर्व है। बस दु:ख इस बात का है कि आपने सात जन्मों तक साथ जीने-मरने की कसमें खाई थी और बीच में ही छोड़कर चले गए। शहीद सत्यवान सिंह के शव से लिपटकर यह कहते हुए पत्नी प्रियंका बेसुध हो जा रही थी। शनिवार को झारखंड में नक्सली हमले में शहीद हुए हाटा कोतवाली क्षेत्र के रामपुर सोहरौना के सत्यवान सिंह का शव रविवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा। पार्थिव शरीर से लिपटकर मां गीता देवी, पत्नी प्रियंका और बहन अनीता सिंह व पुत्र सभ्य उर्फ नमन चीख-चीखकर रोने लगे। मां गीता देवी ने कहा कि बेटा ही नहीं अब सब कुछ चला गया। अगले महीने जुलाई में घर आने का वादा किया था। आया तो जल्दी, लेकिन तिरंगा में लिपट कर। बेटे को हमेशा के लिए खो देने वाली बूढ़ी मां की चीखें हर किसी के कलेजे को चीर दें रही थीं। वह रोते हुए कह रही थी कि..जिगर का टुकड़ा ही चला गया। पड़ोसी व रिश्तेदार परिवारीजनों का ढांढस बंधा रहे थे। पत्नी प्रियंका बार-बार बेसुध हो जा रही थी। पिता प्रेम सिंह को सत्यवान सिंह की शहादत की खबर सुनकर दु:खों का पहाड़ टूट गया और उन्हें इस बात का गर्व है कि उनका बेटा देश की सेवा कर शहीद हुआ है। शहीद सत्यवान सिंह को अंतिम विदाई देने हजारों लोग पहुंचे। शवयात्रा के दौरान भारत माता की जयकारे लगते रहे।

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