दिव्य धाम में राम: जन्मभूमि पथ का नाम अब आदिगुरु रामानंदाचार्य के नाम पर होगा
Lucknow News - अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की त्रैमासिक बैठक हुई, जिसमें 11 ट्रस्टी भौतिक रूप से शामिल हुए। राम मंदिर के चारों प्रवेश द्वारों का नामकरण किया गया। अगली बैठक सितंबर में होगी, और नवंबर...
अयोध्या, संवाददाता। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की त्रैमासिक बैठक शनिवार को मणिराम छावनी में अपराह्न तीन बजे से शुरू हुई। करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में 14 ट्रस्टीज के सापेक्ष 11 ट्रस्टी भौतिक रूप से मौजूद रहे। तीन ट्रस्टी अयोध्या नरेश विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, वयोवृद्ध अधिवक्ता केशव पारासरन व प्रदेश के गृह सचिव संजय प्रसाद वर्चुअल रूप से शामिल हुए। इस बैठक में सभी ट्रस्टीज को राम मंदिर निर्माण की अद्यतन जानकारी दी गई। इसके साथ तीन से पांच जून तक चले राम मंदिर के दूसरे प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की भी जानकारी साझा की गई। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपतराय ने बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी मीडिया के साथ साझा की।
उन्होंने बताया कि राम मंदिर के चारों प्रवेश द्वारों का नामकरण करने का निर्णय लिया गया है। इसके अनुसार जन्मभूमि पथ का नामकरण आदिगुरु रामानंदाचार्य के नाम पर होगा। इसी तरह क्रॉसिंग थ्री आदिगुरु माध्वाचार्य, क्रॉसिंग 11 आदिगुरु शंकराचार्य व उत्तरी प्रवेश द्वार आदिगुरु रामानुजाचार्य के नाम पर होगा। सितम्बर के दूसरे सप्ताह में होगी ट्रस्ट की अगली बैठक: तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र की अगली बैठक सितम्बर के दूसरे सप्ताह में होगी। उन्होंने बताया कि नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत हो गई है। इसलिए वित्तीय वर्ष 2024-25 का अकाउंट बंद कर दिया गया है। इसके ऑडिट के उपरांत रिपोर्ट आयकर विभाग को निर्धारित तिथि में प्रस्तुत कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि राम मंदिर व शेषावतार मंदिर के साथ परकोटे के सभी छह मंदिरों में ध्वजारोहण समारोह नवम्बर में आयोजित किया जाएगा। मौसम की दृष्टि से यह सर्वोत्तम मास है। शामियाने लगवाने की जरूरत नहीं होगी और खेती का काम भी निपट जाएगा। उन्होंने बताया कि नवम्बर तक परकोटा व उसके अन्तर्गत कोर्ट यार्ड का निर्माण भी पूरा हो जाएगा। राम दरबार के दर्शन दस दिनों में शुरू होने पर मतैक्य नहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पदेन सदस्य व भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र का कहना है कि राम दरबार में दर्शन अगले दस दिनों में शुरू हो सकता है। इसके विपरीत तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने कहा कि यह कहना मुश्किल है क्योंकि हम कुछ भी सोच सकते हैं लेकिन परिस्थितियों पर हमारा नियंत्रण नहीं है। उन्होंने बताया कि 40 सीढ़ियां हैं और उस पर श्वेत मार्बल लगा है। इस पर पानी की बूंदें दिखाई नहीं देतीं। इसके अलावा अभी रेलिंग नहीं लगी है और लिफ्ट का निर्माण भी अधूरा है। इन परिस्थितियों में काम शीघ्रता से कराने का प्रयास हो रहा है। तीर्थ क्षेत्र अध्यक्ष को ट्रस्टियों ने दी जन्म दिवस की बधाई: बैठक की अध्यक्षता महंत नृत्यगोपाल दास ने की। इस दौरान सभी ट्रस्टियों ने तीर्थ क्षेत्र अध्यक्ष महंत श्रीदास को जन्मोत्सव की बधाई दी। तीर्थ क्षेत्र कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि, न्यासी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, युगपुरुष स्वामी परमानंद, जगद्गुरु माध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ, भवन-निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र, डॉ. अनिल मिश्रा, आमंत्रित सदस्य विहिप के केन्द्रीय सलाहकार दिनेश जी, मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव, महंत कमल नयन दास, भारत सरकार के अपर गृह सचिव भूषण दामले व जिलाधिकारी निखिल टीकाराम के प्रतिनिधि अपर जिलाधिकारी मौजूद रहे।
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