राम सागर मिश्र हॉस्पिटल एनक्यूएएस मानकों पर खरा
Lucknow News - बीकेटी साढ़ामऊ स्थित राम सागर मिश्र हॉस्पिटल एनक्यूएएस मानकों पर खरा उतरा है। हॉस्पिटल को प्रमाण पत्र मिला है, जिसके तहत हर बेड पर हर वर्ष 10 हजार रुपये मिलेंगे। यह राशि तीन साल तक मिलेगी। हॉस्पिटल...

बीकेटी साढ़ामऊ स्थित राम सागर मिश्र हॉस्पिटल एनक्यूएएस (राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक) के मानकों पर खरा उतरा है। हॉस्पिटल को एनक्यूएएस के लिए उपयुक्त पाया गया है। शनिवार को हॉस्पिटल को प्रमाण पत्र के लिए चुना गया है। इसके तहत तीन साल तक प्रत्येक बेड के हिसाब से हॉस्पिटल को हर वर्ष 10 हजार रुपये मिलेंगे, ताकि मरीजों को और गुणवत्तापरक इलाज मुहैया कराया जा सके। अस्पताल में 140 बेड हैं। प्रतिदिन 1200 से अधिक मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। इमरजेंसी सेवाओं का संचालन हो रहा है। शिशुओं के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। जिसमें मां के साथ शिशु को इलाज मुहैया कराया जा सके।
सीएमएस डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि एनक्यूएएस प्रमाण-पत्र के लिए हॉस्पिटल का चुना जाना बेहद खुशी की बात है। इससे हॉस्पिटल के डॉक्टर व कर्मचारियों को और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने बताया कि एनक्यूएएस से हॉस्पिटल को और बेहतर करने में मदद मिलेगी। प्रत्येक बेड के हिसाब से 10 हजार रुपए प्रत्येक वर्ष मिलेंगे। यह क्रम तीन साल तक चलेगा। इसकी 75 % धनराशि अस्पताल को बेहतर बनाने और 25% प्रोत्साहन धनराशि कर्मचारियों में वितरित की जाएगी। इस मौके पर विधायक योगेश शुक्ला व एमएलसी पवन सिंह चौहान ने हॉस्पिटल प्रशासन को बधाई दी है। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बधाई देते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। महानिदेशक डॉ. आरपीएस सुमन और एडी मंडल लखनऊ डॉ. जीपी गुप्ता ने भी बधाई दी है। एनक्यूएएस का मकसद एनक्यूएएस का मकसद स्वास्थ्य सेवा व सुविधाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए व्यापक ढांचा तैयार करना है। एनक्यूएएस का उद्देश्य सार्वजनिक अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है। सार्वजनिक अस्पतालों की विश्वसनीयता बढ़ाना है। यह कार्यक्रम भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है। ताकि सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके।
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