पुरुष की तुलना नहीं समानता पर बात होनी चाहिए
Lucknow News - लखनऊ में बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर 'भारतीय संस्कृति में सह अस्तित्व की परम्परा' विषय पर व्याख्यान हुआ। मुख्य अतिथि शिप्रा पाठक ने कहा कि...

लखनऊ, कार्यालय संवाददाता बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या भारतीय संस्कृति में सह अस्तित्व की परम्परा विषय पर व्याख्यान हुआ। व्याख्यान में वक्ता ने स्त्री-पुरुष समानता पर बात की।
मुख्य अतिथि वॉटर वुमन शिप्रा पाठक ने कहा कि केवल एक दिन महिला का नहीं अपितु हर दिन महिला का होना चाहिए। उन्होंने भारतीय संस्कृति में स्त्री की अवधारणा पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता गोरखपुर विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो विनोद सोलंकी ने बताया कि जब आत्मा में लिंग भेद नहीं तब समाज में कैसे। कार्यक्रम की अध्यक्ष बीबीएयू कुलसचिव प्रो. यूवी किरण ने कहा कि हमें पुरुष एवं स्त्री में तुलना करने की आवश्यकता नहीं है अपितु समानता की बात करनी चाहिए जो कि भारतीय संस्कृति में पहले से ही विद्यमान रहा है। इस मौके पर डॉ. लालिमा, डॉ आद्या शक्ति राय, डॉ बुद्धि सागर गुप्ता, डॉ. विक्टोरिया सुसन, डॉ. संगीता चौहान, डॉ. विवेक नाथ त्रिपाठी समेत अन्य मौजूद रहे।
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