mahakumbh dharma sansad saints approved the proposal of sanatan board and also demanded dissolution of Waqf महाकुंभ की धर्म संसद में संतों ने लगाई सनातन बोर्ड के प्रस्ताव पर मुहर, वक्फ भंग करने की भी मांग, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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महाकुंभ की धर्म संसद में संतों ने लगाई सनातन बोर्ड के प्रस्ताव पर मुहर, वक्फ भंग करने की भी मांग

  • महाकुंभ की धर्म संसद में संतों ने सनातन बोर्ड के प्रस्ताव पर मुहर लगाई।मंच से धर्माचार्यों ने वक्फ बोर्ड को समाप्त करने के लिए भी मांग की। वहीं एकजुट होकर पारित किए गए प्रस्ताव के जरिए सरकार से मांग की गई।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानTue, 28 Jan 2025 06:27 AM
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महाकुंभ की धर्म संसद में संतों ने लगाई सनातन बोर्ड के प्रस्ताव पर मुहर, वक्फ भंग करने की भी मांग

महाकुंभ शांति सेवा शिविर में सोमवार को सनातन हिंदू बोर्ड अधिनियम प्रस्ताव को पारित किया गया। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने प्रस्ताव का प्रारूप प्रस्तुत किया, जिसे शिविर में उपस्थित संत-महात्माओं ने अपनी स्वीकृति प्रदान की। जहां मंच से धर्माचार्यों ने वक्फ बोर्ड को समाप्त करने के लिए हुंकार भरी, वहीं एकजुट होकर पारित किए गए प्रस्ताव के जरिए सरकार से मांग की गई कि सनातन बोर्ड की स्थापना अब नहीं की जाएगी तो वह कभी नहीं हो सकती है इसलिए बोर्ड की स्थापना की जाए।

संसद में चर्चा के दौरान महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानंद ने कहा कि अब हिंदू समाज जाग गया है, विधर्मियों के खिलाफ मौन नहीं रहना चाहिए और हम सभी को अपना मौन तोड़कर सनातन बोर्ड की स्थापना के आंदोलन में एकजुट होना चाहिए। राघवाचार्य ने कहा कि सनातनी आचार्यों की अगुवाई में बोर्ड का नेतृत्व होना चाहिए। चिन्मयानंद बापू ने कहा कि वक्फ बोर्ड को समाप्त किया जाना चाहिए, जिसने अभी हाल ही में दावा किया था कि महाकुम्भ हमारी भूमि है।

बोर्ड के प्रस्ताव

देवकीनंदन ठाकुर ने सनातन बोर्ड का प्रारूप प्रस्तुत किया। आशुतोषानंद बोले सभी को आंदोलन में एकजुट होना चाहिए। इस अधिनियम को सनातन हिंदू अधिनियम 20 कहा जाएगा। यह अधिनियम संपूर्ण भारत, जिसमें सभी राज्य व संघ राज्य क्षेत्र शामिल हैं, में लागू होना चाहिए। यह अधिनियम उस तिथि से लागू होगा, जिसे केंद्र सरकार राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियुक्त करेगी। बोर्ड एक स्वतंत्र निकाय के रूप में स्थापित किया जाएगा। जो हिंदू मंदिरों उनकी सम्पत्तियों और निधियों को देखरेख के लिए उत्तरदायी होगा। 11 सदस्यों के साथ सनातन बोर्ड के अध्यक्ष मंडल का गठन होगा। जिसमें चारों संप्रदायों के प्रमुख चार गुरु, अखाड़ों के तीन प्रमुख व्यक्ति, एक सदस्य संरक्षक मंडल द्वारा नामित व्यक्ति और तीन प्रमुख संत, कथाकार व धर्माचार्य होंगे।सहयोगी मंडल में देश में हिन्दुओं के लिए कार्य करने वाले दो सबसे बड़े हिंदू संगठन से दो सदस्य, तीन सदस्य देश के प्रमुख मंदिरों से, एक सदस्य गोशाला व गोसेवा से जुड़े व्यक्ति।सलाहकार मंडल में दो सदस्य न्यायपालिका, दो सदस्य रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी, दो सदस्य मीडिया व दो सदस्य सामाजिक क्षेत्र व एक सदस्य शिक्षा क्षेत्र से होंगे।

मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण का भव्य मंदिर का निर्माण किया जाए।

सभी मंदिरों में वैदिक प्रबंधन के अनुसार पूजा व प्रसाद की व्यवस्था हो।

मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करना और उसे धर्माचार्यों से संचालित कराना।

प्रत्येक मंदिर में गौशाला, औषधालय व गुरुकुल की स्थापना की जाए।

असहाय परिवारों के धर्मांतरण को रोकने के लिए आर्थिक सहायता की जाए।

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महाकुंभ शांति सेवा शिविर में सोमवार को सनातन हिंदू बोर्ड अधिनियम प्रस्ताव को पारित किया गया। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने प्रस्ताव का प्रारूप प्रस्तुत किया, जिसे शिविर में उपस्थित संत-महात्माओं ने अपनी स्वीकृति प्रदान की। जहां मंच से धर्माचार्यों ने वक्फ बोर्ड को समाप्त करने के लिए हुंकार भरी, वहीं एकजुट होकर पारित किए गए प्रस्ताव के जरिए सरकार से मांग की गई कि सनातन बोर्ड की स्थापना अब नहीं की जाएगी तो वह कभी नहीं हो सकती है इसलिए बोर्ड की स्थापना की जाए।

संसद में चर्चा के दौरान महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानंद ने कहा कि अब हिंदू समाज जाग गया है, विधर्मियों के खिलाफ मौन नहीं रहना चाहिए और हम सभी को अपना मौन तोड़कर सनातन बोर्ड की स्थापना के आंदोलन में एकजुट होना चाहिए। राघवाचार्य ने कहा कि सनातनी आचार्यों की अगुवाई में बोर्ड का नेतृत्व होना चाहिए। चिन्मयानंद बापू ने कहा कि वक्फ बोर्ड को समाप्त किया जाना चाहिए, जिसने अभी हाल ही में दावा किया था कि महाकुम्भ हमारी भूमि है।

बोर्ड के प्रस्ताव

देवकीनंदन ठाकुर ने सनातन बोर्ड का प्रारूप प्रस्तुत किया। आशुतोषानंद बोले सभी को आंदोलन में एकजुट होना चाहिए। इस अधिनियम को सनातन हिंदू अधिनियम 20 कहा जाएगा। यह अधिनियम संपूर्ण भारत, जिसमें सभी राज्य व संघ राज्य क्षेत्र शामिल हैं, में लागू होना चाहिए। यह अधिनियम उस तिथि से लागू होगा, जिसे केंद्र सरकार राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियुक्त करेगी। बोर्ड एक स्वतंत्र निकाय के रूप में स्थापित किया जाएगा। जो हिंदू मंदिरों उनकी सम्पत्तियों और निधियों को देखरेख के लिए उत्तरदायी होगा। 11 सदस्यों के साथ सनातन बोर्ड के अध्यक्ष मंडल का गठन होगा। जिसमें चारों संप्रदायों के प्रमुख चार गुरु, अखाड़ों के तीन प्रमुख व्यक्ति, एक सदस्य संरक्षक मंडल द्वारा नामित व्यक्ति और तीन प्रमुख संत, कथाकार व धर्माचार्य होंगे।सहयोगी मंडल में देश में हिन्दुओं के लिए कार्य करने वाले दो सबसे बड़े हिंदू संगठन से दो सदस्य, तीन सदस्य देश के प्रमुख मंदिरों से, एक सदस्य गोशाला व गोसेवा से जुड़े व्यक्ति।सलाहकार मंडल में दो सदस्य न्यायपालिका, दो सदस्य रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी, दो सदस्य मीडिया व दो सदस्य सामाजिक क्षेत्र व एक सदस्य शिक्षा क्षेत्र से होंगे।

मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण का भव्य मंदिर का निर्माण किया जाए।

सभी मंदिरों में वैदिक प्रबंधन के अनुसार पूजा व प्रसाद की व्यवस्था हो।

मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करना और उसे धर्माचार्यों से संचालित कराना।

प्रत्येक मंदिर में गौशाला, औषधालय व गुरुकुल की स्थापना की जाए।

असहाय परिवारों के धर्मांतरण को रोकने के लिए आर्थिक सहायता की जाए।

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हेमा मालिनी मंच पर और अभिनेता सुनील शेट्टी ने किया समर्थन

धर्म संसद के दौरान मंच पर मथुरा से भाजपा सांसद हेमामालिनी भी पहुंचीं। उन्होंने देवकीनंदन ठाकुर के प्रस्ताव का समर्थन किया। इसी तरह बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुनील शेट्टी ने भी सनातन बोर्ड की स्थापना की मांग को समर्थन दिया है। फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए अभिनेता ने कहा कि देवकीनंदन ठाकुर के मार्गदर्शन में एक आवाज उठाई जा रही है। समर्थन किया जाना चाहिए।