पर्यावरण में प्रदूषण बढ़ा रहा कचरे का प्लास्टिक
Maharajganj News - विश्व पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक प्रदूषण का अंत है, लेकिन महराजगंज में कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था नहीं है। 11 नगर निकायों में से अधिकांश में एमआरएफ सेंटर में कूड़ा निस्तारण करने वाली मशीनें नहीं...
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। इस बार विश्व पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक प्रदूषण का अंत है। पर, जिले के कई निकायों में कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था नही है। डम्पिंग ग्राउंड(एमआरएफ सेंटर) बना है। लेकिन उसमें कूड़ा निस्तारण करने के लिए मशीन नही लगी हैं। शहर से लेकर डम्पिंग ग्राउंड में खुले में कूड़ा डम्प किया जा रहा है। प्लास्टिकयुक्त कूड़े से उठ रहे बदबू से उस रास्ते आवागमन करना मुश्किल हो गया है। जिले में 11 नगर निकाय हैं। इनमें चार नई निकाएं हैं। इन निकायों से हर औसतन रोज करीब 50 टन कूड़ा निकलता है। लेकिन निकायों से निकल रहे कूड़े का निस्तारण की व्यवस्था नही है।
निकायों ने एमआरएफ सेंटर बना लिया है। लेकिन अधिकांश एमआरएफ सेंटर में मशीन नही लगी हैं। इससे शहर से लेकर एमआरएफ सेंटर तक खुले में ही कूड़ा डम्प किया जा रहा है। खुले में डम्प कूड़े की बदबू से उस रास्ते चलना मुश्किल हो गया है। निकायों को एमआरएफ सेंटर पर कूड़ा निस्तारण करने का आदेश शासन ने निकायों को शहर के कूड़े को आबादी के बाहर एमआरएफ सेंटर बनाने और उसके कूड़ा निस्तारण करने का आदेश दिया है। शासन के आदेश मिलते ही निकायों ने एमआरएफ सेंटर तो बना लिया, लेकिन अधिकांश निकायों ने उसमें कूड़ा निस्तारण करने वाली मशीनों को नही लगाया है। अगया में शहर के गीले कूड़े से बन रहा जैविक खाद नगर पालिका महराजगंज ने शहर के कूड़े का निस्तारण करने के लिए अगया में उच्च क्षमता का एमआरएफ सेंटर बनाया है। सेंटर में उच्च क्षमता की कूड़ा निस्तारण मशीन लगा है। सेंटर में कर्मचारी सूखा और गीला कूड़ा अलग करने के बाद मशीन से गीला कूड़ा से जैविक खाद बना रहा है। बोले ईओ अगया एमआरएफ सेंटर में कूड़ा निस्तारण करने के लिए उच्च क्षमता की मशीन लगी हैं। कार्यदायी संस्था शहर के गीला कूड़ा से जैविक खाद और सूखे कूड़े को अलग कर मशीन से निस्तारण कर रही हैं। चहारदीवारी के अंदर संचालित सेंटर में समय-समय पर केमिकल और दवा का छिड़काव होता है। - आलोक कुमार, ईओ नपा महराजगंज
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।