एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: लखनऊ में नकली सीमेंट बनाने की फैक्ट्री पकड़ी, आठ गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने लखनऊ स्थित बख्शी का तालाब में नकली सीमेन्ट बनाने की फैक्ट्री का भण्डाफोड़ कर सरगना समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।

यूपी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने लखनऊ स्थित बख्शी का तालाब में नकली सीमेन्ट बनाने की फैक्ट्री का भण्डाफोड़ कर सरगना समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग एक गोदाम में मेरठ से लाए कच्चे माल से सीमेंट तैयार करते थे। इसके बाद इस नकली सीमेन्ट को प्रतिष्ठित कम्पनियों के नाम वाली बोरी में भरकर लखनऊ और आस पास सप्लाई करते थे। गिरोह की मदद करने वाले कुछ लोगों की तलाश की जा रही है।
एसटीएफ के एएसपी अमित नागर के मुताबिक पकड़े गए लोगों में गिरोह का सरगना सीतापुर, मछरेहटा निवासी ठाकुर प्रसाद उर्फ अजय, मनोज कुमार, नाका निवासी संजीत राय, ऐशबाग निवासी शकील, उन्नाव के सलमान, सीतापुर के वीरेन्द्र, राम आसरे और हरदोई का नसीम शामिल हैं। इनके पास अल्ट्राटेक सीमेंट नाम की 705 बोरी, माईसेम नाम से 420 बोरी, एसीसी गोल्ड कंक्रीट नाम से 365 बोरी, जेके लक्ष्मी नाम से 120 बोरी के अलावा 500 बोरी राख, ट्रैक्टर, बोलेरो और पिकअप और 2200 खाली बोरियां बरामद हुई हैं। एसटीएफ ने नकली सीमेन्ट बनाने की सूचना पर कार शोरूम के बगल में बने गोदाम में बुधवार को छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान एक सीमेन्द्र कम्पनी के लीगल मैनेजर भी साथ रहे।
मेरठ से कच्चा माल खरीदते थे
एसटीएफ के हत्थे चढ़े सरगना ठाकुर प्रसाद ने अफसरों को बताया कि रिषभ अग्रवाल से 50 हजार रुपये में किराए पर गोदाम लिया था। वह पिछले कई सालों से नकली सीमेन्ट बनाकर उसकी सप्लाई कर रहा था। इससे पहले काकोरी के नरौना गांव में नकली सीमेन्ट बनाता था। वहां पकड़े जाने पर उसके खिलाफ पारा कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई थी। उसने कुबूला कि वह मेरठ में मित्तल नाम के व्यक्ति से कच्चा माल लेता था। सीमेन्ट बनाने में प्रयुक्त राख वह शाहजहांपुर के कमल किशोर शुक्ला से खरीदता था। वहीं अलग-अलग कम्पनियों के नाम से छपी बोरियां लखनऊ के संजीत राय से लेता था। मजदूरों की मदद से वह नकली सीमेंट तैयार कराता था।
लखनऊ के कई इलाकों में सबसे ज्यादा सप्लाई
एसटीएफ ने बताया कि ये गिरोह नकली सीमेन्ट की सबसे ज्यादा सप्लाई लखनऊ में ही करता था। यहां बख्शी का तालाब, चिनहट, रहीमाबाद, मोहनलालगंज समेत कई स्थानों पर डीलरों को कम दामों पर नकली सीमेंट सप्लाई की जा रही थी। इस बारे में जब कम्पनी को पता चला तो उन्होंने पहले अपने स्तर से जांच कराई। जांच में शिकायत सही मिलने पर एसटीएफ की मदद ली गई। ठाकुर प्रसाद के खिलाफ सीतापुर, लखनऊ में मुकदमे दर्ज है।