विधानसभा क्षेत्र स्तर पर बनेगा पंचायत उत्सव भवन
Mau News - मऊ में सभी चार विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक पंचायत उत्सव भवन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 5.64 करोड़ रुपये का खर्च होगा। यह भवन ग्रामीणों को विवाह और अन्य मांगलिक कार्यक्रमों के लिए सस्ते में स्थान...

मऊ। जनपद की चारों विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराया जाएगा। पंचायती राज विभाग द्वारा एक विवाह घर के लिए 1.41 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। चारों पंचायत उत्सव घर पर 5.64 करोड़ रुपये खर्च होंगे। स्वीकृति मिलने पर टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी और निर्माण के बाद इनका संचालन ग्राम पंचायत स्तर से होगा। विवाह, मुंडन, तिलक सहित किसी भी मांगलिक कार्यक्रमों के लिए कोई भी कम खर्च पर बुक करा सकेगा। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बरात एवं अन्य मांगलिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए स्थल उपलब्ध कराने की दिशा में शासन ने पहल की है।
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराया जाएगा। पहले चरण में प्रदेश की 71 विधानसभा क्षेत्रों में पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। इसी क्रम में जनपद मऊ में एक पंचायत उत्सव भवन बनाए जाने के लिए 1.41 करोड़ रुपये आवंटित हुआ है। डीपीआरओ ने सभी एडीओ पंचायत को पत्र जारी करके मानक को पूर्ण करने वाले ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव के साथ-साथ भूमि की प्रमाणित खसरा-खतौनी और निर्विवाद भूमि होने का एसडीएम से प्रमाणपत्र उपलब्ध कराए जाने को कहा है। जनपद की करीब 70 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में विवाह, मुंडन एवं अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के लिए स्थल उपलब्ध नहीं होने से शहरों में मैरिज हाल की बुकिंग करनी पड़ती है, जिससे भागदौड़ के साथ धन भी अधिक खर्च करना पड़ता है। इसी समस्या को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्र में पड़ने वाली प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में एक पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराएगी। पंचायत उत्सव भवन के स्थापित होने से ग्रामीण आबादी को वैवाहिक एवं अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सुलभ और सस्ती दरों पर स्थान उपलब्ध हो पाएगा। यह योजना ग्राम पंचायतों के माध्यम से क्रियान्वित एवं संचालित की जाएगी। डीपीआरओ अजित कुमार सिंह ने बताया वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्रदेश में पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराए जाने के लिए 100 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जनपद की मऊ सदर, घोसी, मधुबन और मुहम्मदाबाद गोहना विधान सभा क्षेत्रों में एक पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। प्रत्येक पंचायत उत्सव भवन की अनुमानित लागत 1.41 करोड़ रुपये आंकलित की गई है। 3000 वर्ग मीटर जमीन की है जरूरत पंचायत उत्सव भवन निर्माण के लिए 3000 वर्ग मीटर जमीन की आवश्यकता है, जिसमें 522 वर्ग मीटर क्षेत्र में पंचायत उत्सव भवन बनेगा। पंचायत उत्सव भवन में एक हॉल, स्टेज, मंडप सहित 100 लोगों की क्षमता के तीन कमरे होंगे, जिसमें एक दिव्यांगजन हितैषी कमरा भूतल पर शौचालय सहित, पुरुष, महिला, दिव्यांग शौचालय, रसोई घर इत्यादि का निर्माण किया जाएगा। मानक प्लान जिला पंचायत अनुश्रवण प्रकोष्ठ द्वारा तैयार किया जाएगा, जिसे लोक निर्माण विभाग से अनुमोदित किया गया है। ग्राम पंचायत के जरिए अपने स्वामित्व की भूमि या जिला पंचायत के स्वामित्व की भूमि पर निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए भूमि दान में भी ली जा सकती है। दान की जाने वाली भूमि की रजिस्ट्री राज्य सरकार के नाम की जाएगी, जिसे डीएम के द्वारा संबंधित ग्राम पंचायत को पंचायत उत्सव भवन निर्माण के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। 26 लाख की आबादी को मिलेगा लाभ जनपद की मधुबन, घोसी, मऊ सदर और मुहम्मदाबाद गोहना विधानसभा क्षेत्र के बहुत से ऐसे लोग हैं, जिनके पास मांगलिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए जगह नहीं है। ऐसे लोग रबी और खरीफ की फसल कटने का इंतजार करते हैं और उसी समय के आसपास का मुहूर्त देखकर मांगलिक कार्यक्रमों का दिन तय करते हैं। इसके अलावा मैरेज हॉल या होटल बुक करते हैं। सिर्फ जगह के लिए उन्हें 80 हजार से 1.50 लाख रुपये तक देना पड़ता है, लेकिन अब पंचायत उत्सव घर बनने से गरीबों को काफी लाभ पहुंचेगा। चारों विधानसभा क्षेत्र के 26 लाख की आबादी कम खर्च में मांगलिक कार्यक्रम कर सकेंगे। डीएम की कमेटी करेगी चयन पंचायत उत्सव भवन निर्माण के लिए स्थल चयन एवं अनुश्रवण डीएम की अध्यक्षता में गठित सात सदस्यीय कमेटी करेगी। कमेटी में अलावा सदस्य के रूप में सीडीओ, डीएम के जरिए नामित एडीएम, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, अधिशाषी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, अधिशाषी अभियंता विद्युत और जिला पंचायत राज अधिकारी शामिल हैं। 5.64 करोड़ की धनराशि खर्च होगी जनपद की चारों विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक पंचायत उत्सव भवन का निर्माण होना। कुल 5.64 करोड़ की धनराशि खर्च होगी। सभी एडीओ पंचायत को भूमि के लिए निर्देशित कर दिया गया है। इसके बाद प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलते ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। -अजित कुमार सिंह, डीपीआरओ, मऊ।
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