सरकारी अस्पताल में संस्थागत प्रसव कम होने पर डीएम नाराज
Mau News - मऊ में जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव में कमी पर नाराजगी जताई गई और 100% संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने...

मऊ। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की समीक्षा बैठक कलक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को हुई। इसमें सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव कम कराए जाने पर सख्त नाराजगी प्रकट करते हुए शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने का निर्देश जारी किया। चेताया शासन द्वारा उपलब्ध सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ जन-जन को मिलना सुनिश्चित कराया जाए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समीक्षा बैठक में सरकारी एवं प्राइवेट स्वास्थ्य केंद्रों में संस्थागत प्रसव की समीक्षा में महिला चिकित्सालय में 35.24 प्रतिशत, विकास खंड मुहम्मदाबाद गोहना में 57.75 एवं घोसी में मात्र 50.89 प्रतिशत संस्थागत प्रसव होने पर जिलाधिकारी ने सख्त नाराजगी प्रकट की।
जिलाधिकारी ने सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने का सख्त निर्देश जारी किया। मातृ-मृत्यु की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने गर्भधारण के उपरांत उन बच्चों के जन्म तक के बीच में होने वाली मातृ मृत्यु की संख्या शामिल करने का निर्देश दिया। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्त्रम की समीक्षा के दौरान समस्त टीकाकरण की स्थिति ठीक पाई गई मात्र हेपेटाइटिस-बी शून्य डोज और पोलियो 84.07 प्रतिशत पाया गया। जिलाधिकारी ने शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने का भी निर्देश जारी किया। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्त्रम की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कुल 164 पंजीकृत था, जबकि अबतक 2602 किट का वितरण किया गया है। इसके अलावा 3260 क्षय रोगियों का इलाज चल रहा है। जन्मजात दोष से ग्रसित एवं ग्रसित के सापेक्ष उपचारित बच्चों की समीक्षा के दौरान आरबीएसके टीम द्वारा माह अप्रैल में कुल 26 बच्चों का उपचार किया गया। एसएनसीयू जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराए गए कुल 41 बच्चों का भी उपचार किया गया। मुहम्मदाबाद गोहना से कोई भी बच्चा एसएनसीयू में भर्ती नहीं कराए जाने पर जिलाधिकारी ने सम्बंधित स्वास्थ्य अधीक्षकों को इस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिया। जिला चिकित्सालय स्थित एनआरसी में बच्चों की भर्ती की समीक्षा के दौरान सबसे कम एक-एक बच्चा घोसी एवं रतनपुर से भर्ती कराए जाने पर डीएम ने सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने सम्बंधित स्वास्थ्य अधीक्षकों को अधिक से अधिक बच्चों का उपचार कराने के निर्देश दिया। माह अप्रैल में कुल 23 बच्चे एनआरसी में भर्ती कराए गए थे। ब्लड बैंक में ब्लड की उपलब्धता की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने लोगों में जागरूकता फैलाते हुए अधिक से अधिक ब्लड यूनिट ब्लड बैंक में सुरक्षित रखने के निर्देश दिया। कोऑर्डिनेटर सुजीत सिंह ने बताया 70 वर्ष की आयु के व्यक्तियों का जनपद के सभी विकास खंडों में कैंप लगाकर आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया माह अप्रैल में योजना से आच्छादित कुल लाभार्थियों की संख्या 662356 है। जिसमें उपचारित लाभार्थियों की संख्या के सापेक्ष 99.24 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। एंबुलेंस सेवा 102 और 108 की स्थिति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने एंबुलेंस वाहनों की फिटनेस की नियमित जांच करने तथा उनमें ऑक्सीजन और एसी आदि की भी नियमित जांच करने का निर्देश जारी किया। जिससे मरीजों का सही ढंग से उपचार किया जा सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीके यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी अजीत कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।
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