राष्ट्रवाद की प्रेरणा देते हैं भगवान परशुराम के बताए आदर्श
Mau News - भगवान परशुराम कोई जाति नहीं, बल्कि एक धर्म हैं। ये बातें भाजपा नेता वाल्मीकि त्रिपाठी ने परशुराम जयंती समारोह में कहीं। उन्होंने बताया कि परशुराम श्री विष्णु जी के छठे अवतार थे और उनके आदर्शों पर चलकर...
मऊ। भगवान परशुराम कोई जाति नहीं थे। बल्कि एक धर्म थे। उनके बताएं आदर्श राष्ट्रवाद को प्रेरणा देते हैं, जिन्होंने समाज कल्याण की अलग राह दिखाई। यह बातें उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक के सभापति एवं वरिष्ठ भाजपा नेता वाल्मीकि त्रिपाठी ने कही। वे मंगलवार को चिरैयाकोट में आयोजित परशुराम जयंती और विप्र सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम श्री विष्णु जी के छठे अवतार थे। उनका मूल नाम राम था, लेकिन शिव जी के परसु देने के कारण उनका नाम परशुराम पड़ा। हम सभी उनके वंशज हैं और उनके बताएं आदर्शों पर चलकर ही मानवता का कल्याण कर सकते हैं। कार्यक्रम को उमेश चंद पांडेय, अखिलेश तिवारी, डॉक्टर संतोष पांडेय, अमरनाथ तिवारी, अंबिका प्रसाद दुबे, विनोद उपाध्याय, डा.सतीश चंद तिवारी, डॉक्टर राजेंद्र पांडेय, डा.शर्वेश पांडेय, ज्ञानेश्वर मिश्र, रामजीत पांडेय, कंचन तिवारी, संगीता द्विवेदी, पितुलता पांडेय, डा.एससी तिवारी, रामजी उपाध्याय, जिलाध्यक्ष ऋषिकेश पाण्डेय आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर अवधेश तिवारी, जयशंकर दुबे, यशवंत, दिनेश मिश्रा, संजीव कुमार द्विवेदी, अभिमन्यु दुबे, गोपाल दुबे, श्याम चौबे, प्रवीण पाठक, देवदत्त मिश्रा, मणिकांत चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे।
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