Mau District Tops UP Board High School Results with 93 30 Pass Rate जिले के होनहारों ने हाईस्कूल में सीएम नगरी को पीछे छोड़ा, Mau Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsMau NewsMau District Tops UP Board High School Results with 93 30 Pass Rate

जिले के होनहारों ने हाईस्कूल में सीएम नगरी को पीछे छोड़ा

Mau News - मऊ जिले के होनहारों ने हाईस्कूल रिजल्ट में 93.30 प्रतिशत पास होकर प्रदेश में 10वां स्थान हासिल किया है। गोरखपुर 30वें और वाराणसी 34वें स्थान पर रहे। इंटरमीडिएट में मऊ का स्थान 46वां रहा है। छात्रों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, मऊTue, 29 April 2025 03:43 AM
share Share
Follow Us on
जिले के होनहारों ने हाईस्कूल में सीएम नगरी को पीछे छोड़ा

मऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर को होनहारों के सफलता में पीछे छोड़कर मऊ के होनहारों ने हाईस्कूल रिजल्ट में अपना परचम लहराया है। जिले के 93.30 प्रतिशत होनहारों ने हाईस्कूल में पास होकर प्रदेश सूची में 10 वां स्थान हासिल किया है। प्रदेश सूची में गोरखपुर 30वें और वाराणसी जनपद 34 वें स्थान पर है। जनपद में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधीन 17 राजकीय, 67 सहायता प्राप्त और 436 वित्तविहीन विद्यालय संचालित होते है। इसमें हाईस्कूल परीक्षा के लिए 39271 परीक्षार्थियों ने अपना पंजीकरण कराया था। इसमें पिछले 24 फरवरी से 12 मार्च तक आयोजित बोर्ड परीक्षा में 36131 शामिल हुए थे। दो दिन पूर्व 25 मार्च को घोषित रिजल्ट में मऊ में 33710 छात्र-छात्राएं सफल हुए है। इस प्रकार जिले का रिजल्ट 93.30 फीसदी रहा, जो वर्ष 2024 से 1.69 फीसदी अधिक है। वहीं, हाईस्कूल में इस बार पूर्वांचल में द्वितीय और मंडल में प्रथम स्थान के साथ प्रदेश के 75 जिलों में प्रतिशत के मामले में मऊ जनपद को 10वां स्थान प्राप्त हुआ है। वर्ष 2024 में 20वां स्थान था। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के होनहार 91.07 फीसदी के साथ 34वें और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के होनहारों का रिजल्ट 91.17 फीसदी के साथ 30वें स्थान पर है।

इंटरमीडिएट रिजल्ट में प्रदेश सूची में 46 वें स्थान पर

इंटरमीडिएट में 40979 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। जिसमें 38565 ने परीक्षा दी और 31357 पास हुए हैं। प्रदेश सूची में मऊ के होनहारों को 46 वें स्थान से संतोष करना पड़ा है। हालांकि, वर्ष 2024 में 47वें स्थान पर जनपद था। इसबार एक पायदान ऊपर आया है परिणाम। इंटर में मऊ का रिजल्ट प्रतिशत 81.31 फीसदी रहा है, जो बीते वर्ष से 1.57 प्रतिशत कम है। इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम गत साल के मुकाबले इस बार खराब रहा है।

सरकारी स्कूलों पर करोड़ों खर्च, रिजल्ट में फिसड्डी

प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए हर वर्ष करोड़ों रुपये का बजट खर्च कर रही है। जिले के सरकारी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कॉलेजों में सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाएं तैनात हैं, जिन्हें मोटी तनख्वाह दी जा रही है। बावजूद यूपी बोर्ड के घोषित परिणामों में सरकारी स्कूलों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। क्योंकि यूपी बोर्ड हाईस्कूल, इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम में जिले के 39 टॉपरों ने टॉप टेन सूची में जगह बनाई। इसमें निजी स्कूलों का दबदबा रहा। हाईस्कूल में जिले की टॉप टेन में शामिल 27 परीक्षार्थियों में से बाबा थानीदासस इंटर कॉलेज सोनाडीह, डीएवी इंटर कॉलेज मऊ, राष्ट्रीय इंटर कॉलेज चिरैयाकोट, नेशनल इंटर कॉलेज अदरी सहित चार सरकारी विद्यालयों के परीक्षार्थियों ने जगह बनाई। इसी तरह इंटरमीडिएट में जिले के टॉप टेन में शहीद इंटर कॉलेज मधुबन, फतेहपुर गर्ल्स इंटर कॉलेज ताल रतोय और मुस्लिम इंटर कॉलेज सहित तीन सरकारी विद्यालयों के बच्चे टॉप टेन में हैं। शेष निजी स्कूलों का दबदबा रहा।

गुदड़ी के लालों ने यूपी बोर्ड परीक्षा में किया कमाल

वर्तमान समय में युवा वर्ग का विश्वास किताबों की जगह मोबाइल पर ज्यादा हो गया है। शहरी क्षेत्र के ज्यादातर छात्र-छात्रा मोबाइल के सहारे ही अपनी पढ़ाई करते देखे जा रहे हैं। उनकी किताबों से दूरी जहां उनके ज्ञान को कमजोर कर रही है वहीं वे पिछड़ भी रहे हैं। यूपी बोर्ड के परिणाम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि किताबों का कोई विकल्प नहीं है। इंटरमीडिएट में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले नीरज पासवान मधुबन क्षेत्र के रहने वाले है और उसके पिता किसान हैं। वहीं, हाईस्कूल का टॉपर शुभम सिंह अमिला क्षेत्र रहने वाला है और एक मध्यम कारोबारी का पुत्र है। ये दोनों आधुनिकता से पूरी तरह से दूर रहे। अथक परिश्रम किया और शिक्षकों के सानिध्य में तैयारी की। हाईस्कूल में दूसरा स्थान पाने वाले सूरज मौर्या मधुबन तहसील के अति पिछड़े दुबारी क्षेत्र के है और यहीं के विद्यालय में ही पढ़ाई कर रहे थे। ऐसे ही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के लगभग सभी टॉपर ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। सभी टॉपरो ने कहा कि किताबों का कोई विकल्प नहीं है। नियमित विद्यालय जाने के साथ ही गुरुजनों के मार्गदर्शन में तैयारी कर विद्यार्थियों ने यह सफलता अर्जित की है।

टॉपटेन सूची में छात्राओं का दबदबा

यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा की टॉप टेन लिस्ट में जिले के 39 छात्र-छात्राएं शामिल है, जिसमें 23 छात्राएं हैं। इसमें हाईस्कूल में 18 और इंटरमीडिएट में पांच बेटियों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह भी बेटों से कम नहीं है। हाईस्कूल की टॉप टेन सूची में 18 छात्रा और पांच छात्र शामिल रहे। इंटरमीडिएट की टॉप टेन सूची में सात छात्रा और पांच छात्र शामिल हैं। बेटियों की सफलता पर परिजन फूले नहीं समा रहे हैं।

हर साल बढ़ रहा 10वीं के पास छात्रों का प्रतिशत

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद का जनपद मऊ का हाईस्कूल परीक्षा परिणाम इस वर्ष भी शानदार रहा। इस बार भी पास होने वाले छात्रों के प्रतिशत में वृद्धि हुई है। सात वर्ष पूर्व 2018 में 71.64 प्रतिशत छात्र पास हुए थे। जो 2019 में 4.9 प्रतिशत बढ़कर 76.54 पर पहुंच गया। 2020 में 79.02 प्रतिशत हाईस्कूल का रिजल्ट बना था। वहीं कोरोना के चलते 2021 में सभी पंजीकृत विद्यार्थियों को उत्तीर्ण कर दिया गया था। वर्ष 2022 में 88.02 तो 2023 में 3.76 प्रतिशत बढ़कर 91.78 प्रतिशत विद्यार्थियों ने सफलता पाई थी। वहीं 2024 में 91.61 तो 2025 में मऊ में दसवीं का रिजल्ट 1.52 प्रतिशत बढ़कर 93.30 फीसदी छात्र पास हुए हैं जो सात वर्षों में कोरोना के बाद सबसे ज्यादा हैं। बीते सात साल में हाईस्कूल के रिजल्ट में 21.66 प्रतिशत बढा है।

इंटरमीडिएट में हर वर्ष गिर रहा रिजल्ट

दसवीं में बीते सात वर्षों में जहां सर्वाधिक विद्यार्थियों ने सफलता पाई है वहीं इंटर में ट्रेंड उलट है। इंटरमीडिएट में वर्ष 2018 में 65.81 प्रतिशत छात्रों ने सफलता पाई थी। लेकिन 2019 में 4.35 प्रतिशत गिरकर 61.46 पर पहुंच गया। इसी के बराबर वर्ष 2020 में भी 61.76 प्रतिशत छात्र पास हुए थे। वहीं वर्ष 2021 में कोरोना काल में 99.09 प्रतिशत छात्र पास हुए थे। इसके बाद वर्ष 2022 में भी रिजल्ट गिर गया और 88.08 प्रतिशत ही छात्र पास हुए। वर्ष 2023 में 17.53 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 70.55 फीसदी ही छात्र पास हुए। हालांकि वर्ष 2024 में सुधार हुआ और 82.88 प्रतिशत छात्र पास हुए, लेकिन इस वर्ष पुनः 1.57 प्रतिशत की गिरावट हुई है। इस बार 81.31 प्रतिशत छात्र ही पास हुए है।

मऊ में यूपी बोर्ड रिजल्ट का ट्रेंड

वर्ष--हाईस्कूल--इंटरमीडिएट

2018--71.64--65.81

2019--76.54--61.46

2020--79.02--61.76

2021--100--99.09

2022--88.02--88.08

2023--91.78--70.55

2024--91.61--82.88

2025--93.30--81.31

इस बार यूपी की मेरिट में नहीं दिखा मऊ का दम

मऊ। बीते शुक्रवार को हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा घोषित हुआ तो सभी की निगाह इस बार भी यूपी की मेरिट लिस्ट पर थी। शिक्षा विभाग समेत स्कूलों को भी यूपी की मेरिट में परिक्षार्थियों के शामिल होने का अनुमान था। लेकिन,जैसे ही परिणाम आया तो लिस्ट देख कुछ निराशा लगी। इस बार कोई भी परिक्षार्थी यूपी की लिस्ट में शामिल नहीं हो सका। जबकि,पिछले साल दो बेटियों और एक बेटा ने प्रदेश में डंका बजाया था। इंटरमीडिएट में हर्षिता शर्मा ने 96.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जहां प्रदेश की टाप टेन में सातवां स्थान पाया था। वहीं अभिषेक प्रजापति ने 96.40 प्रतिशत अंक प्राप्त कर आठवां और तनुष्का यादव ने 96.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर नौवां स्थान प्राप्त किया था।लेकिन इस बार प्रदेश टॉपर्स सूची से मऊ के विद्यार्थी काफी पीछे रह गए।

छात्रों की मेहनत रंग लाई

बोर्ड परीक्षा में छात्रों की मेहनत रंग लाई है। मेधावी छात्र बधाई के पात्र हैं। हाईस्कूल में अन्य जनपदों के मुकाबले जिले के होनहारों ने सर्वाधिक सफल होकर अपना परचम लहराया है। इंटरमीडिएट के होनहारों का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है। छात्र-छात्राएं कम अंक पाने से घबराएं नहीं। निरंतर परिश्रम करने से ही बेहतर परिणाम सामने आएगा।

- बीपी सिंह, डीआईओएस मऊ।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।