...मिलना है तो इसी जनम में मिलने की बात करो
Meerut News - कैलाशपुरी में मास्टर सुंदरलाल स्मृति न्यास द्वारा काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। इस अवसर पर गीतकार धर्मजीत सरल को समर्पित किया गया। प्रो. वेद प्रकाश बटुक ने उनके साहित्यिक योगदान की सराहना की। कवियों ने...

कैलाशपुरी में मास्टर सुंदरलाल स्मृति न्यास के तत्वावधान में रविवार को मास्टर सुंदरलाल के निवास पर काव्य गोष्ठी आयोजित हुई। गीतकार धर्मजीत सरल को काव्य गोष्ठी समर्पित की गई। अध्यक्षता कौशल कुमार, संचालन कवि डा. रामगोपाल भारतीय ने किया। संयोजन प्रो. वेद प्रकाश बटुक का रहा। प्रो. बटुक ने कहा कि धर्मजीत का व्यक्तित्व अत्यंत सीधा और सरल था। प्रचार और प्रसिद्धि से दूर वह अनवरत साहित्य सृजन करते रहे। उनके गीत, बच्चों की कविताएं और प्रकृति चित्रण की पुस्तकें समाज की धरोहर हैं। उन्होंने इप्टा में रहकर सौ से भी अधिक नाटकों में अभिनय किया। बहुमुखी प्रतिभा के धनी सरल की चर्चित पंक्तियां उनका जीवन दर्शन प्रस्तुत करती हैं, अगला जनम बताओ तो कब किसने देखा है, मिलना है तो इसी जनम में मिलने की बात करो।
मुनेश त्यागी ने अपनी कविता से महिलाओं पर अत्याचारों का मार्मिक चित्रण किया। शाहिद ए चौधरी ने धर्म और जाति के नाम पर बढ़ रही नफरत पर चिंता व्यक्त की। सहारनपुर से आए बृजमोहन शर्मा ने व्यंग्य और सामयिक क्षणिकाएं सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। डॉ. रामगोपाल भारतीय की गजलों पर श्रोताओं ने तालियां बजाईं। कौशल कुमार ने कहा कवि और साहित्यकारों का फर्ज है कि अपनी सद्भावपूर्ण रचनाओं द्वारा समाज का मार्गदर्शन करें। प्रो बटुक ने सभी का धन्यवाद किया।
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