धर्म की पुनर्स्थापना को भगवान को विभिन्न रूपों में लेना पड़ता है अवतार
Moradabad News - क्षेत्र के गांव पालनपुर में श्री राम कथा का आयोजन किया गया। आचार्य शिव शंकर भारद्वाज ने कहा कि जब अधर्म बढ़ता है, तब भगवान विभिन्न रूपों में अवतार लेते हैं। भगवान राम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया,...

क्षेत्र के गांव पालनपुर में चल रही है श्री राम कथा में कथा व्यास आचार्य शिव शंकर भारद्वाज ने कहा कि जब-जब अधर्म करने वाले बढ़ते हैं, तब तब धर्म को क्षति पहुंचती है। तब धर्म की पुनर्स्थापना को भगवान को विभिन्न रूपों में अवतार लेना पड़ता है। रावण के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए मानव रूप में भगवान अवतरित हुए। दानवता को मानवता ही परास्त कर सकती है। महाराज मनु ने सपत्नी घोर तपस्या की। भगवान राम सीता ने दर्शन दिए और वरदान दिया ,जब तुम अगले जन्म में दशरथ कौशल्या बनोगे तब मैं राम बनकर अवतरित होऊंगा। राजा दशरथ को पुत्र प्राप्ति के लिए गुरु वशिष्ठ ने श्रंगी ऋषि द्वारा पुत्रेष्टि यज्ञ कराया।
प्रसाद के रूप में उन्हें खीर दी गई खीर खाकर तीनों रानी गर्भवती हुई। मधु मास की नौवी तिथि को राम का प्राकट्य हुआ। कथा व्यास ने भगवान श्री राम के जन्म का प्रसंग सुनाया तो श्रद्धालु भगवान श्री राम के जन्म पर नृत्य करने को मजबूर हो गए। कथा में भगवान श्री राम का जन्मोत्सव बाद ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर चंद्रपाल भारद्वाज, महंत पंचम दास, सर्वेंद्र सिंह, राकेश मौर्य, अयोध्या प्रसाद, लवलेश आदि ने सहयोग दिया।
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