जल जनित और वायु जनित प्रदूषण की रोकथाम के लिए उठाए जाएं कदम : डा.अफरोज
Pilibhit News - पीलीभीत में कलेक्ट्रेट स्थित गांधी सभागार में जिला पर्यावरण समिति की बैठक हुई। न्यायाधीश डॉ. अफरोज अहमद ने अस्पतालों में जैव अवशिष्ट प्रबंधन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना, प्रदूषण नियंत्रण और...

पीलीभीत, संवाददाता। कलेक्ट्रेट स्थित गांधी सभागार में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण सदस्य/न्यायाधीश डॉ. अफरोज अहमद की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें जिले में संचालित जिला पर्यावरण समिति के माध्यम से हो रही विभिन्न गतिविधियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इस संबंध में न्यायाधीश ने विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। बैठक में न्यायाधीश डॉ.अफरोज अहमद ने सीएमओ को निर्देश दिए कि अस्पतालों में जैव अवशिष्ट का समुचित प्रबन्धन, निस्तारण, व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों में सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट लगाने के लिए डीपीआर बनाए जाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि एक एमएलडी प्रदूषित पानी नदी में प्रवाहित करने पर एनजीटी द्वारा 2 करोड़ तक का जुर्माना लगाया जाता है। इसी के साथ प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के अधिकारियों को जल जनित व वायु जनित प्रदूषण की रोकथाम के लिए कदम उठाये जाने के लिए निर्देश दिए गए। जिले में संचालित चीनी मिलें, चावल मिलें और अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाली धूम्र व जलीय प्रदूषण को रोकथाम करने व औद्योगिक प्रतिष्ठानों से सीएसआर फण्ड के माध्यम से अधिक से अधिक हरित आवरण को बढ़ाने में प्रयोग किया जाए। चीनी मिलों के कुल स्थापित क्षेत्रफल का 33 प्रतिशत क्षेत्रफल हरित आवरण होना चाहिए। विद्युत खण्ड के अधिशासी अभियन्ता को निर्देशित किया कि होटल, रिसॉर्ट में बिजली की आपूर्ति सहज, सुलभ व निर्वाध ढंग से किया जाए, जिससे होटल मालिकों और पर्यटकों को असुविधा का सामना न करना पड़े। पीटीआर के डीएफओ को निर्देशित किया कि सोविनियर शॉप्स को और अधिक आधुनिकीकृत और व्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए। ताकि आने वाले पर्यटकों को अधिक आकृर्षित और प्रभावी लगे। वन एवं वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय निदेशक को निर्देशित किया कि जिले में स्थित वैटलैण्ड्स का सर्वे सीमांकन कराके सुरक्षित व संरक्षित किया जाए। ताकि जलीय जीव व पक्षियों के लिए सुन्दर व स्थायी प्राकृतिक वास तैयार हो सके। इसके लिये सिंचाई विभाग से कहा गया कि इस प्रकार के वैटलैण्ड्स में जल की उपलब्धता सतत रूप से बनी रहे। इसके साथ ही वायु डायवर्सिटी पार्क को स्थापित और गोमती उद्गम स्थल पर अर्जुन, जामुन व फलदार, छायादार वृक्षों का रोपण किया जाए। न्यायाधीश द्वारा वैटलैण्ड्स में विभिन्न प्रवासी पक्षियों का प्रगणना करने व पर्यावरण समिति द्वारा किये गये कार्यों का कॉफी टेवल के माध्यम से जारी किया जाये। गांधी सभागार परिसर में न्यायाधीश ने पौधारोपण किया। अंत में डीएम ज्ञानेंद्र सिंह ने सभी का धन्यवाद जताया। इस मौके पर सीडीओ राजेंद्र कुमार श्रीवास, पीटीआर के डीएफओ मनीष सिंह, एडीएम विरा ऋतु पूनिया, सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर, प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड बरेली के क्षेत्रीय अधिकारी, समस्त एसडीएम, तहसीलदार सदर, उप समस्त क्षेत्रीय वन अधिकारी, टाइगर रिजर्व एवं वन एवं वन्यजीव प्रभाग पीलीभीत, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, जिला उद्यान अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत एवं समस्त जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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