हिम दरारों के बीच 18 हजार फीट पर फहराएंगे तिरंगा
Prayagraj News - प्रयागराज के क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ. सुभाष कुमार यादव एक बार फिर दुर्गम चोटी पर तिरंगा फहराने के लिए अभियान पर जा रहे हैं। 31 मई से 14 जून तक चलने वाले इस अभियान में वे पश्चिम बंगाल के सात...

प्रयागराज। प्रयागराज में तैनात क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ. सुभाष कुमार यादव एक बार फिर दुर्गम चोटी पर तिरंगा फहराने के लिए अभियान पर जा रहे हैं। 31 मई से शुरू होने वाले अभियान में इनके साथ सात अन्य पर्वतारोही शामिल हैं, जोकि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के हैं। इस बार का अभियान गढ़वाल में हिमालय के सबसे दुर्गम और चुनौती वाले गंगोत्री से केदारनाथ तक वाया पतंगिनिधार, ऑडेन कोल और मायाली पास है। डॉ. यादव पुरातत्वविद् होने के साथ-साथ प्रशिक्षित पर्वतारोही भी हैं। इन्होंने अटल बिहारी बाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान, मनाली से पर्वतारोहण का बेसिक कोर्स किया है। साथ ही नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी से एडवांस कोर्स भी किया है।
इतना ही नहीं पिछले 25 वर्षों से अब तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड व सिक्किम की दस हजार फीट से अधिक की ऊंची चोटियों पर सफल आरोहण कर तिरंगा फहरा चुके हैं। इस बार का अभियान 31 मई से शुरू होकर 14 जून तक चलेगा। इसके लिए आठों पर्वतारोही 30 मई को गढ़वाल पहुंचेंगे। यह अभियान रूद्रगैरा, भिलगंना घाटी, जोगिन-एक, गंगोत्री-तृतीय व खतलिंग ग्लेशियर जैसे कई दुर्गम घाटियों, हिमनदों और दर्शनीय चोटियों के बीच से है। पुरातत्व अधिकारी ने बताया कि अभियान में सबसे कठिन पड़ाव ऑडेन कोल को पार करना है, जो 18 हजार फीट ऊंचा है। जिसका रास्ता जानलेवा हिम दरारों से युक्त है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।