स्थानीय ज्ञान प्रणालियों को एकीकृत की जरूरत
Prayagraj News - प्रयागराज में गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान में चार दिनी कार्यशाला का समापन हुआ। निदेशक प्रो. बद्री नारायण ने स्वदेशी ज्ञान को पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। विभिन्न विशेषज्ञों...

प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान में चल रही चार दिनी कार्यशाला का समापन गुरुवार को हुआ। कार्यशाला में निदेशक प्रो. बद्री नारायण ने स्वदेशी ज्ञानमीमांसा को पुनः प्राप्त करने और अकादमिक ज्ञान में स्थानीय ज्ञान प्रणालियों को एकीकृत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। बेसल विश्वविद्यालय स्विटजरलैंड के प्रो. माइकल एम बर्गमैन ने पारंपरिक शोध डिजाइनों की वकालत की। डॉ. कामेई सैमसन ने गुणात्मक शोध में फील्डवर्क में रिफ्लेक्सिविटी और नैतिक चुनौतियां पर चर्चा की। डॉ. प्रशांत खत्री, डॉ. अर्चना सिंह, प्रो. एमएम बर्गमैन, डॉ. जेड बर्गमैन आदि ने अनुभव साझा किए। इसके बाद प्रमाणपत्र वितरण समारोह हुआ।
कार्यशाला में भारतीय संस्थानों के 35 शोधकर्ता और संकाय सदस्य शामिल हुए।
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