जिंदा-मुर्दा की तस्दीक को घर-घर जाएगी टीम
Prayagraj News - प्रयागराज में समाज कल्याण विभाग अब वृद्धावस्था पेंशन योजना के लाभार्थियों के सत्यापन के लिए घर-घर जाएगा। यदि कोई जीवित व्यक्ति मृतक सूची में है, तो उसका नाम फिर से जोड़ा जाएगा। हाल ही में, दो...

प्रयागराज। वृद्धावस्था पेंशन योजना के पात्र जीवित हैं या मृत इसकी तस्दीक करने समाज कल्याण विभाग की टीम अब खुद घर-घर जाएगी। अगर किसी पात्र का नाम मृतक में दर्ज हुआ और वो जीवित निकला तो उसका नाम फिर जोड़ा जाएगा। विभाग से पेंशन पाने वाले चक मुज्जमिल सैदाबाद के रामस्नेही और बिठौली धनूपुर के कल्लू की विभाग ने पेंशन यह कहकर रोक दी कि दोनों की मौत हो चुकी है। विभाग के चक्कर काटने के बाद जब पेंशन नहीं मिली तो दोनों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने दोनों को जीवित घोषित किया तो विभाग ने अपनी गलती स्वीकार की और एरियर देने के साथ ही फिर से पेंशन शुरू की।
कोर्ट के फैसले के बाद अब विभाग को यह खतरा है कि कई और मृतक जीवित हो सकते हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. प्रज्ञा पांडेय का कहना है कि वार्षिक सत्यापन में साढ़े तीन हजार से अधिक मृतक आए हैं। अब विभाग की टीम उन पात्रों के यहां जाएगी, जिन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। उनके यहां जाकर सत्यापन किया जाएगा। अगर कोई जीवित पाया गया तो उसे तत्काल पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। उनका कहना है कि सचिवों के सत्यापन में कई बार गड़बड़ी पाई जाती है। ऐसे में सुधार की गुंजाइश नहीं बचती है। इसीलिए अब खुद भी सत्यापन का काम किया जाएगा। इसके लिए टीमों की तैनाती की जा रही है।
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