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फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले दो गिरफ्तार

Prayagraj News - प्रयागराज में एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेजों से आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। गिरोह के सरगना अमित पांडेय और बृजभुवन पटेल को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 84 कूटरचित आयुष्मान कार्ड,...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रयागराजWed, 18 June 2025 10:01 PM
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फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले दो गिरफ्तार

प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। लंबे समय से फर्जी दस्तावेजों के जरिए फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह का एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया। मुखबिर की सूचना पर मंगलवार रात नवाबगंज बाईपास के नीचे गिरोह के सरगना अमित पांडेय निवासी सेराना पांडेय का पुरवा थाना नवाबगंज और बृजभुवन पटेल निवासी पसियापुर थाना सोरांव को गिरफ्तार किया। इनके पास से दो मोबाइल, 84 कूटरचित आयुष्मान कार्ड, 112 कूटरचित आयुष्मान कार्ड का डेटा, 284 आयुष्मान कार्ड से संबंधित वाट्सएप चैटिंग के स्क्रीन शॉट, एक एटीएम व पैनकार्ड, आधारकार्ड व 9690 रुपये बरामद हुए हैं। एसटीएफ के अनुसार अमित पांडेय ने 2020-21 में जनसेवा केंद्र शुरू किया जहां वह आयुष्मान कार्ड बनता था।

2022 में केंद्र की आईडी बंद होने पर उसने फर्जीवाड़ा आयुष्मान कार्ड बनाना शुरू किया। 2024 में अमित का फेसबुक ग्रुप के जरिए पटना के सुनित मंडल से संपर्क हुआ। सुनित ने 3500 से 5000 रुपये में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने की ऑफर दिया। जिसके बाद अमित ने संदीप पांडेय, बृजभुवन पटेल के जरिए इस योजना से जुड़े हॉस्पिटल के कुछ लोगों से संपर्क किया और फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रति कार्ड 12 से 15 हजार रुपये वसूलने लगा। अमित प्रदेश के विभिन्न जिलों के लोगों से यूपीआई के माध्यम से भुगतान कराकर सुमित मंडल से कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनवाने लगा। एसटीएफ ने दोनों आरोपियों को थाना नवाबगंज में मुकदमा दर्ज कराने के बाद पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। आरोपियों से पूछताछ के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। 200 फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए एसटीएफ की पूछताछ में अमित पांडेय ने बताया कि वह अपात्रों के आधार, फैमिली आईडी व जिले का नाम लेकर सुनित मंडल को वाट्सएप पर भेज देता था। सुनित मंडल उसको दूसरे की फैमिली में जोड़कर उसका फर्जी आयुष्मान कार्ड तैयार करता है। जिसका आयुष्मान कार्ड बनना होता है, उसके आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता था। जिस पर अमित ओटीपी सुनित को भेज देता था। दूसरा ओटीपी फैमिली के मुखिया के मोबाइल नंबर पर जाता है। दूसरा ओटीपी सुनित कैसे प्राप्त करता था, इसकी जानकारी नहीं दे सका है। सुनित मंडल एक से दो दिन फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर भेज देता था। सुनित मंडल के माध्यम से लगभग 200 फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाया है।

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