ताप शांत करने को शीतलीकरण का अभ्यास जरूरी
Prayagraj News - प्रयागराज में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में योग शिविर में पेट और पीठ के आसनों का अभ्यास कराया गया। योगाचार्य धर्मेंद्र मिश्रा ने आसनों के लाभ बताए। शीतली प्राणायाम के जरिए गर्मी में राहत...

प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में चल रहे योग शिविर में शनिवार को पेट तथा पीठ के बल किए जाने वाले आसनों का अभ्यास कराया गया। इसमें मकरासन, भुजंगासन, शलभासन पेट के आसन रहे जबकि पीठ की तरफ लेट कर किए जाने वाले आसन सेतुबंध आसन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवन मुक्तासन व शवासन के तरीके भी बताए गए। योगाचार्य धर्मेंद्र मिश्रा ने इन आसनों से शरीर पर पड़ने वाले लाभ भी बताए। कहा कि वर्तमान में बढ़ते ताप को शांत करने के लिए शीतलीकरण का अभ्यास करना चाहिए। डीएलएड प्रशिक्षुओं ने भी इसमें खूब रुचि ली। बताया कि शीतली प्राणायाम एक यौगिक प्राणायाम है, जो श्वसन प्रणाली को शुद्ध करने और शरीर को शीतलता प्रदान करने में मदद करता है।
इस आसन से शरीर का तापमान कम होता है और गर्मी के मौसम में राहत मिलती है। इस दौरान जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य एवं शिक्षा निदेशक राजेंद्र प्रताप ने कहा, योग मानसिक एकाग्रता, शारीरिक संतुलन एवं स्वस्थ जीवन जीने का माध्यम है। संचालन एवं संयोजन शारीरिक शिक्षा के प्रवक्ता शशांक सिंह ने किया। प्रवक्ता वीरभद्र प्रताप सहित अन्य शिक्षक भी इसमें शामिल हुए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।