ट्रेड फेयर मेला आयोजक की लापरवाही हुई उजागर, मुकदमा दर्ज
Saharanpur News - सहारनपुर में ट्रेड फेयर मेले में भीषण आग लगने से आयोजक गौरव कक्कड़ और उनके साथियों की लापरवाही सामने आई है। आग लगने से 25 दुकानें जल गईं, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई। पुलिस ने आयोजक के खिलाफ मुकदमा दर्ज...

सहारनपुर दिल्ली रोड स्थित पॉश ऐरिया साउथ सिटी में ट्रेड फेयर मेले में भीषण आग लगने के मामले में आयोजक और उसके साथियों की लापरवाही उजागर हुई है। कोतवाली सदर बाजार के उपनिरीक्षक की ओर से मेला आयोजक और अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आयोजक पर आरोप है कि मेला परिसर में एलपीजी गैस सिलेंडर और ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे, जिसकी वजह से आग लगी है। पुलिस आयोजक की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है। इसके साथ ही अज्ञात आरोपियों की पहचान की जा रही है। कोतवाली सदर बाजार क्षेत्र में दिल्ली रोड स्थित साउथ सिटी मैदान में लगे ट्रेड फेयर में शनिवार सुबह साढ़े सात बजे भीषण आग लग गई थी।
ट्रेड फेयर मेला आयोजक गौरव कक्कड़ ने 30 मार्च से 30 जून तक नगर मजिस्ट्रेट की अनुमति से लगाया था। आग में 25 दुकानें जलकर राख हो गई थी। दमकल विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया था। गनीमत यह रही थी कि कोई जनहानि नहीं हुई। मामले में मेला आयोजक की लापरवाही उजागर हुई है। कोतवाली सदर बाजार के उप निरीक्षक अशोक कुमार ने ट्रेड फेयर मेले की जांच की। उन्होंने दर्ज कराए मामले में बताया कि मेला आयोजक गौरव कक्कड़ और उसके साथियों द्वारा मेले में लगी दुकानों में अवैध रूप से छोटे गैस सिलेंडरों व अन्य ज्वलनशील पदार्थों का प्रयोग कराया जा रहा था। घोर लापरवाही की वजह से मेले में आग लगी है। आरोप है कि आयोजक और उसके साथियों ने सुरक्षा मानकों ताक पर रखकर मेले का आयोजन कराया है। मामले में पुलिस ने आयोजक गौरव कक्कड़ व उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है। इसके साथ ही अज्ञात आरोपियों की पहचान की जा रही है। ------- हादसे के बाद जागा प्रशासन, पूर्व में की गई खानापूर्ति मेला परिसर में भीषण आग लगने के मामले पुलिस-प्रशासन और अग्निशमन विभाग की लापरवाही सामने आ रही है। घटना के बाद अब मेला आयोजक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन इससे पूर्व में प्रशासन नहीं जागा। कई दिनों से साउथ सिटी में मेला चल रहा था। पूर्व में मेला परिसर का निरीक्षण किया गया, लेकिन तब वहां पर इस्तेमाल किए जा रहे गैस सिलेंडर और ज्वलनशील पदार्थों की ओर टीमों का ध्यान क्यों नहीं गया है। यह तो गनीमत रही कि हादसा सुबह साढ़े सात बजे हुआ है। अगर हादसा शाम के समय होता कई लोगों की जान जा सकती थी। क्योंकि, शाम और रात में मेले में लोगों की भीड़ रहती है। ------ बड़ा सवाल: जांच आख्या देने वाले सरकारी तंत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं सहारनपुर। लापरवाही में आयोजक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, लेकिन इसमें कई जिम्मेदारों की कोताही भी सामने आ रही है। अग्निशमन विभाग की टीम ने निरीक्षण कर अपनी आख्या दे दी थी। यहां तक कि दावा किया गया कि आग से बचाव के सभी इंतजाम हैं, लेकिन आग लगने पर इंतजाम नजर नहीं है। इसके साथ ही अन्य विभागों की ओर से भी रिपोर्ट लगाकर मेला लगाने की अनमुमि दे दी गई। मामले में मानकों को ताक पर रखा गया है। इसके बावजूद भी मेला आयोजित किया गया। ऐसे में मेला आयोजक के साथ ही सरकारी तंत्र भी जिम्मेदार दिख रहा है, लेकिन संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि इनकी ओर से निरीक्षण के बाद रिपोर्ट लगाई गई थी। ------ वर्जन: ट्रेड फेयर मेले में आग लगने के मामले में मेला आयोजक की लापरवाही उजागर हुई है। पुलिस ने जांच के बाद आयोजक और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।----व्योम बिंदल, एसपी सिटी -------
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