कम प्रसव व टीकाकरण में फंसी 103 आशाएं, गिरेगी गाज
Saharanpur News - सहारनपुर स्वास्थ्य विभाग ने 103 आशाओं की कार्यप्रणाली की समीक्षा की है और उनकी लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। कई आशाएं सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने में अनिच्छुक पाई गई हैं, जिससे...

सहारनपुर स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 103 आशाओं की कार्यप्रणाली की समीक्षा कर उनकी लापरवाही और कमजोर कार्यों को लेकर सख्त कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। टीकाकरण, होम विजिट और कम प्रसव दर्ज कराने के कारण जांच के घेरे में आई आशाएं सरकारी योजनाओं को पलीता लगा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन आशाओं के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इन आशाओं की गतिविधियों में कई कमियां पाई गई हैं, जिनके कारण गर्भवती महिलाओं और बच्चों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है। विशेष रूप से कई आशाएं सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने के प्रति अनिच्छुक पाई गई हैं, जिससे अधिकतर गर्भवती महिलाएं निजी अस्पतालों या घरेलू प्रसव की ओर मजबूर हो रही हैं।
यह स्थिति न केवल सरकारी योजनाओं के उद्देश्य के खिलाफ है, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में वृद्धि की आशंका बनी रहती है। आशाओं की लापरवाही के चलते टीकाकरण अभियान, नियमित होम विजिट और गर्भवती महिलाओं की समय पर जांच जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इससे बच्चों और माताओं को आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा नहीं मिल पा रही है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही बरतने वाली आशाओं की सूची तैयार कर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है। --- मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में अहम है आशाएं स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य यह है कि जनपद की सभी आशा कार्यकर्ता अपने दायित्वों का निष्पक्ष, समर्पित और जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन करें ताकि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य योजनाएं जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू हो सके। विभाग का मानना है कि जब आशाएं समय पर टीकाकरण, होम विजिट, प्रसव पूर्व देखभाल, और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने जैसे कार्यों को गंभीरता से निभाएंगी, तब न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि मातृ और शिशु मृत्यु दर में भी आएगी। --- डीएम ने दिए आशाओं के कार्यों की जांच के निर्देश गुरुवार को आयोजित स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम मनीष बंसल ने आशा कार्यकर्ताओं की कार्यप्रणाली को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की थी। आशाओं की लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए डीएम ने इन आशाओं के कार्यों की जांच करने और टीकाकरण, होम विजिट, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने तथा स्वास्थ्य योजनाओं के सही क्रियान्वयन में रुचि न लेने वाली आशाओं के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। 0-वर्जन सरकारी योजनाओं के संचालन में लापरवाही बरतने वाली आशाओं के कार्यों की जांच की जाएगी। सभी आशाओं को अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करना होगा, ताकि जनपद में मातृ और शिशु स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी रूप से लागू हो सकें। जहां आवश्यक होगा, वहां कार्रवाई भी की जाएगी। -डॉ प्रवीण कुमार, सीएमओ
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