बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं गौरा के ग्रामीण
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के बघौली ब्लाक का ग्राम पंचायत गौरा अपनी बदहाली

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के बघौली ब्लाक का ग्राम पंचायत गौरा अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। इस गांव की आबादी करीब पांच हजार की है। टूटी सड़कें, चारो तरफ फैली गन्दगी, जाम नाली इस गांव की पहचान बन गई है। गांव में जगह-जगह गन्दगी फैली है। नालियां जाम हैं। जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। गन्दा पानी निजी जमीन मे बह रहा है। शुद्ध पेयजल की समस्या है। हैण्डपम्प दूषित पानी दे रहे हैं। गन्दगी व जलजमाव से मच्छरो का प्रकोप काफी बढ़ गया है। अधिकांश सड़कें बदहाल है। नाली का पानी घरों के सामने फैला रहता है।
जिसके चलते ग्रामीणों को गन्दगी व जलजमाव समेत अन्य परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। बरसात के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो जाती है। छोटकी गौरा में करीब चालीस घर के सामने बिजली का पोल नहीं है। ग्रामीण पांच सौ मीटर की दूरी से बांस-बल्ली के सहारे बिजली की सप्लाई लिए हैं। बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बघौली ब्लाक के गौरा के ग्रामीण बदहाल जीवन जी रहे हैं। जिम्मेदार गांव के विकास को लेकर लापरवाह बने हैं। हैण्डपम्प का शुद्ध पानी तक मुहैय्या नहीं है। बरसात में लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मोहल्ले की साफ सफाई बेहतर तरीके से नहीं की जा रही है। गलियों में गंदगी पसरी हुई है। इसकी वजह से लोगों को दुर्गंध का सामना हर समय करना पड़ रहा है। गांव में सफाईकर्मी नदारद हैं। गांव की सड़कें खस्ताहाल हो चुकी हैं। जल निकासी की समस्या पीढ़ी दर पीढ़ी से चली आ रही है। इसे लेकर जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते अभी तक धरातल पर कोई ठोस कार्य होता नहीं दिख रहा है। घरों के सामने नाली का पानी इकट्ठा करने को मजबूर हैं। बरसात का पानी मोहल्ले से बाहर बड़ी मुश्किल से जा पाता है। नालियां अधिकांश टूटी हुई हैं। नालियों की नियमित सफाई न होने की वजह से गंदगी से पटा रहता है। गंदगी व जलभराव होने की वजह से यहां के नागरिक पल-पल दुश्वारियां को झेलते हैं। टूटी फूटी सडकों पर आने जाने से ग्रामीण चुटहिल हो जाते हैं। इस गांव में शुद्ध पेयजल ग्रामीणों को मयस्सर नहीं है। गांव में लगे इंडिया मार्का हैंडपम्प बदहाल हैं। दशकों से जल निकासी की समस्या झेल रहे ग्रामीण गौरा में जल निकासी एक गम्भीर समस्या बन गई है। दशकों से यहां के ग्रामीण इस समस्या को झेल रहे है। आम दिनो में भी पानी बहने की व्यवस्था नहीं है। बरसात में जल निकासी की समस्या बढ़ जाती है। इससे आने-जाने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। इसे लेकर जिम्मेदारों के पास कोई ठोस योजना नहीं दिख रही है। लोगों के घरों के सामने नाली का गन्दा पानी पसरा रहता है। अधिकांश सड़कें हो चुकी हैं खस्ताहाल इस ग्राम सभा में ग्रामीणों को आने जाने के लिए अच्छी सड़क नहीं मिल सकी है। अधिकांश रास्ते बदहाल हैं। जगह-जगह मार्ग उखड़ चुका है। अन्दर जाने का रास्ता टूटा-फूटा है। जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। ग्रामीण अक्सर गिरकर चुटहिल हो जाते हैं। इसे लेकर जिम्मेदार लापरवाह बने हैं। शुद्ध पेयजल मयस्सर नहीं इस ग्राम सभा में पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध नहीं है। ब्लाक की तरफ से वाटर सप्लाई नहीं दी गई है। अलबत्ता जो पहले से लगे इंडिया मार्का हैण्डपम्प हैं। उनमे सें अधिकांश खराव हो चुके हैं। देशी नल दूषित जल दे रहे हैं। जिसका पानी पीना बीमारी को निमंत्रण देना है। नल का पानी अधिकांश लोगों के दरवाजे पर जमा हो रहा है। इसके चलते ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। गन्दगी व मच्छरों का प्रकोप बराबर रहता है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। बिजली के तार दे रहे दुर्घटना को दावत इस गांव में करीब चालीस घरों के सामने वर्षों से बिजली का पोल नहीं लग सका है। जिसके कारण लम्बी दूरी तक केबिल से कनेक्शन दिया गया है। बिजली के केबल आपस में उलझे हुए हैं जो दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। बिजली के तारों से अक्सर शार्ट सर्किट की आशंका बनी रहती है। पोल की संख्या कम मात्रा में है जिसके कारण बिजली के केबल भी आपस में सटे हुए पाए गए। छह माह से अधूरी पड़ी है सड़क गौरा गांव के पूरब सीसी रोड बनना है बीच मे़ं ह्यूम पाइप के जरिये जल निकासी होनी है। जो छह माह से अधूरी पड़ी है। इसे लेकर जिम्मेदार मौन हैं। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। सड़क पर बिखरी गिट्टियां आवागमन में बाधक बन रही हैं। बरसात नजदीक है जल निकासी भी एक समस्या बनी हई है। गन्दगी व जाम नालियां बनी पहचान गौरा की पहचान गन्दगी व जाम नालियों से है। जिसकी दुर्गन्ध से लोगों का आना-जाना मुश्किल हो जाता है। लोगों के घरों के सामने भी नियमित सफाई नहीं हो पाती है। अधिकांश रास्तों पर गन्दगी फैली रहती है। वहीं जाम व बजबजाती नालियां भी लोगों के परेशानी का मुख्य कारण है। गांव से सफाई कर्मी नदारद रहते हैं। आवास की आस में पात्र हैं परेशान इस गांव में दर्जनों गरीब परिवार के पात्रों को अभी तक आवास नसीब नहीं हो सका है। गांव के राम नरेश, गगेश, पप्पू, तौफीक, हबीबुल्लाह समेत दर्जन भर पात्र आवास की आस लगाए हैं। बरसात के मौसम में इनका परिवार काफी मुश्किलों का सामना करता है। गौरा के ग्राम प्रधान सलाहुद्दीन ने कहा कि ग्राम पंचायत के लोगों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी। पेयजल, सफाई, जलनिकासी का कार्य प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र होना प्रस्तावित है। हर वार्ड में अन्य कोई समस्या होगी तो उसे दूर कराया जाएगा। यहां के ग्रामीणों और ग्राम पंचायत के सदस्यों के साथ बात कर समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा। विधायक अनिल त्रिपाठी ने कहा कि गौरा गांव में विकास को लेकर कई योजनाएं संचालित हैं। ग्रामीणों को कहीं पर अगर समस्या हो रही है तो उसे तत्काल दूर कराया जाएगा। भाजपा सरकार गांवों के विकास को लेकर पूरी तरह से समर्पित है। ग्रामीणों की सारी समस्याएं जल्द दूर कराई जाएगी। गांवों को भी शहर की सुविधाएं देकर विकसित किया जाएगा।
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