सेक्स खिलौनों की तस्करी का भंडाफोड़, नेपाल से वाया यूपी दिल्ली और बड़े शहरों तक थी सप्लाई
पकड़े गए सेक्स खिलौनों की कीमत करीब दो करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह समान दिल्ली और देश के अन्य बड़े शहरों में भेजा जाना था। सीओ ने यह भी बताया कि पकड़े गए आइटम चीन निर्मित हैं। उन्हें तस्करी करके गांव तक लाया गया था। मामले की जांच फिलहाल जारी है।

यूपी से लगी नेपाल सीमा से तस्करी के जरिए देश में सेक्स खिलौने (टॉय) लाए जाने और दिल्ली समेत बड़े शहरों तक पहुंचाए जाने के काले धंधे का भंडाफोड़ हुआ है। लखीमपुर खीरी जिले से लगी भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक गांव सेक्स टॉय की तस्करों पर पुलिस, कस्टम और एसएसबी की टीम ने एक्शन लिया है। लखीमपुर के गौरीफंटा थाना क्षेत्र में स्थित इस गांव से भारी मात्रा में सेक्स खिलौने बरामद किए गए हैं। करीब 2 करोड़ रुपए की कीमत वाले ये सेक्स खिलौने एक बोलेरो गाड़ी से पकड़े गए हैं। पुलिस ने सामान के साथ 2 तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह सारा सामान चीन का बना हुआ है। दिल्ली और देश के दूसरे बड़े शहरों में इसे भेजा जाना था।
मिली जानकारी के अनुसार मुखबिर के जरिए मिली सूचना के आधार यह कार्रवाई की गई। इस मामले में गांव में मौके से मिले तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। सीओ पलिया यादवेंद्र कुमार ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि भारत-नेपाल सीमा के पास सूड़ा में एक व्यक्ति के घर में नेपाल से लाया गया कुछ सामान पिकअप में लोड हो रहा है।
यह सूचना मिलने के बाद पुलिस, कस्टम और एसएसबी के अधिकारियों ने सूड़ा गांव में छापा मारा और प्रतिबंधित सामान को पकड़ लिया। पुलिस ने गोदाम की तलाशी ली तो करीब 2100 पैकेट बरामद हुए। पुलिस ने बरामद समान को कब्जे में ले लिया है और पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है।
सीओ ने बताया कि पकड़े गए सामान की कीमत करीब दो करोड़ रुपये है। यह समान दिल्ली और देश के अन्य बड़े शहरों में भेजा जाना था। सीओ ने यह भी बताया कि पकड़े गए आइटम चीन निर्मित हैं और उन्हें तस्करी करके गांव तक लाया गया था। मामले की जांच फिलहाल जारी है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तस्करी का मुख्य सरगना फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है ताकि अंतरराष्ट्रीय सीमा से होने वाले इस काले धंधे की तह तक पहुंचा जा सके और इससे जुड़े सभी लोगों पर कानून का शिकंजा कसा जा सके।