स्वामी योगचिन्मय महाराज द्वारा नाद ब्रह्म ध्यान विधि का कराया अभ्यास
Shamli News - शामली राइफल क्लब में क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित निशुल्क योग प्रशिक्षण शिविर में स्वामी योगचिन्मय महाराज ने नाद ब्रह्म ध्यान विधि का अभ्यास कराया। यह ध्यान तकनीक मन को शांत कर, आंतरिक ध्वनि से जुड़ने...

शामली राइफल क्लब करनाल रोड शामली पर क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित निशुल्क योग प्रशिक्षण शिविर में मंगलवार को स्वामी योगचिन्मय महाराज द्वारा नाद ब्रह्म ध्यान विधि का अभ्यास कराया गया। स्वामी ने बताया कि नाद ब्रह्म ध्यान एक प्राचीन तकनीक है जो ब्रह्मांडीय ध्वनि या ध्वनि कंपन सुनने पर आधारित है। यह ध्यान मन को शांत करके अपने भीतर की ध्वनि के साथ जुड़कर किया जाता है। यह ध्यान शांति, विश्राम और मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देता है। नाद ब्रह्म ध्यान की प्रक्रिया को करने के लिए शांत और आरामदायक स्थान पर बैठकर अपने विचारों को रोकने की कोशिश करें और ध्यान करें।
ध्यान के दौरान अपनी आंतरिक ध्वनि को सुनने का प्रयास करें यह ध्वनि ब्रह्मांडीय ध्वनि या नाद ब्रह्म है, नाद ब्रह्म ध्यान करने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है। यह ध्यान विश्राम को बढ़ावा देता है और शरीर को आराम देता है। यह ध्यान मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देता है तथा यह ध्यान समृद्धि और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है और आत्मज्ञान की दिशा में मदद करता है। साधक को ध्वनि के साथ रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह नाद साधक को अंततरू परम शक्ति में विलीन कर देगा। यह नाद या ध्वनि हमेशा हमारे अंदर मौजूद है लेकिन ध्यान के दौरान इसे स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है। जब मन शांत हो जाता है तो यह ब्रह्मांडीय ध्वनि या नाद ब्रह्म आयाम में बढ़ जाती है और तेज हो जाती है। योग कक्षा में शामली राइफल क्लब अध्यक्ष मुकेश चौधरी, योग प्रशिक्षक मनोज शर्मा, उमेश भार्गव, लोकेश कुमार, सीमा चौधरी, ऋषभ चौधरी, विधान प्रताप सिंह, अक्षित बालियान, अदिति, वंश चौधरी, जतिन निर्वाल, अक्षित निर्वाल, मयंक मलिक, आयुष मोघा, लक्की, आयुष गर्ग आदि उपस्थित रहे।
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