निजी स्कूलों की महंगी किताबें के नाम पर अभिभावकों से जबरन वसूली के खिलाफ अपर जिलाधिकारी को सौपा पत्र
Shamli News - भवन क्षेत्र में निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों से शिक्षा के नाम पर अवैध धन वसूली का मामला सामने आया है। स्कूल एनसीईआरटी की सस्ती किताबों को छोड़कर महंगी किताबें थोप रहे हैं, जिससे छात्रों पर आर्थिक बोझ...

थाना भवन क्षेत्र में प्राइवेट स्कूलों द्वारा शिक्षा के नाम पर बच्चों के अभिभावकों से अवैध रूप से धन वसूली किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि अधिकतर निजी स्कूल एनसीईआरटी की मान्य और सस्ती पुस्तकों को दरकिनार कर निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें को छात्रों पर थोप रहे हैं, जिन पर 60 से 65 प्रतिशत तक कमीशन लिया जा रहा है। इस वजह से एक छात्र की किताबों का खर्च 4 से 5 हजार रुपये तक पहुंच रहा है, जिससे ग्रामीण इलाकों के किसान, मजदूर, अनाथ और गरीब बच्चों के लिए शिक्षा लेना अत्यधिक कठिन हो गया है। इस संबंध में युवा जन सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर आसिफ द्वारा अपर जिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र सौंपा गया जिसमें स्कूलों की इस अवैध वसूली पर रोक लगाने और सभी विद्यालयों को एनसीईआरटी की किताबें लागू करने के निर्देश देने की माँग की गई है।अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा को व्यापार बना दिया गया है, जिससे आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।
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