अपनाघर आश्रम ने परिवार से बिछड़ी महिला को मिलवाया
Shamli News - एक लावारिस और बीमार महिला, जिसे आश्रम में लाया गया था, तीन महीने के इलाज के बाद स्वस्थ हुई। महिला ने अपना नाम रितु बताया और अपने परिवार से संपर्क किया। पहले उसके मायके वालों ने लेने से मना कर दिया,...

लावारिस एवं बीमार अवस्था में मिली महिला को अपना घर आश्रम में लाया गया। तीन महीने के इलाज के बाद महिला स्वस्थ हुई तो अपना नाम पता बताने लगी। महिला के मायके वालों को फोन किया तो उसे लेने से मना कर दिया। बाद में पति को फोन किया तो पति महिला को लेने पहुंचा। पति उसे अपने साथ ले गया। गत 23 मई को थाना कोतवाली देवबंद सहारनपुर से रणवीर सिंह एवं कांस्टेबल रिकम द्वारा एक लावारिस एवं असहाय महिला प्रभुजी को अपना घर आश्रम शामली में भर्ती किया गया। प्रभुजी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। प्रभुजी ने अपना नाम रितु बताया।
प्रभुजी अपने बारे में अन्य कोई भी जानकारी नहीं दे पा रही थी। प्रभुजी भोजपुरी बोलती थी इस कारण भी प्रभुजी की बात नहीं समझ पा रहे थे। प्रभुजी का इलाज डा. अरुण रॉय के परामर्श से कराया गया। उपचार तथा आश्रम के अच्छे वातावण एवं व्यवहार से महिला प्रभुजी की मानसिक स्थिति में तेजी से सुधार हुआ और 5 जून को प्रभुजी ने एक पर्ची दी जिस पर प्रभुजी की माता एवं उनके भाई का नम्बर लिखा हुआ था। दिए गए नम्बर पर कॉल करने पर उनकी माता से बात हुई। प्रभुजी की बात उनके कराई गई। उनकी माता ने महिला को लेने से इनकार कर दिया। जिसके बाद 13 जून को प्रभुजी के पति अखिलेश कुमार की कॉल आई तो उन्होंने बताया कि वे बहुत जल्दी अपनी पत्नी रितु को लेने अपना घर आश्रम शामली आ रहे है। मंगलवार को अखिलेश कुमार प्रभुजी को लेने अपना घर आश्रम शामली आए। प्रभुजी के पति अखिलेश कुमार ने कार्यालय कार्यवाही पूर्ण की एवं अपनी पत्नी रितु उर्फ रीनू को अपने साथ अपने गांव मनोहरपुर, जिला बक्सर, बिहार ले गए।
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