लोकसभा चुनाव में हार के बाद स्मृति ईरानी पहली बार पहुंचीं अमेठी, गंगा में डूबे युवकों के परिवार से मिलीं
लोकसभा चुनाव में हार के बाद स्मृति ईरानी पहली बार अमेठी पहुंचीं। सोमवार को अमेठी पहुंचने के बाद स्मृति ईरानी गंगा में डूबे युवकों के परिवार से मिलीं। शोक संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही हर सम्भव मदद का भरोसा दिया।

लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पूर्व बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी पहली बार अमेठी पहुंचीं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जगदीशपुर क्षेत्र के पालपुर गांव पहुंची। जहां एक दिन पहले अस्थि विसर्जन के लिए रायबरेली डलमऊ घाट गए तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई थी। स्मृति ने परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही हर सम्भव मदद का भरोसा दिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व अमेठी की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी सोमवार को लगभग साढ़े 11 माह बाद अमेठी के दौरे पर पहुंची हैं। यहां लखनऊ के रास्ते इन्हौना पहुंचने पर जिले की सीमा पर स्मृति ईरानी का जोरदार स्वागत किया गया। जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया। रविवार को जगदीशपुर के पालपुर गांव में रायबरेली अस्त विसर्जन के लिए गए तीन लोगों की डूबने से मृत्यु हो गई थी, सोमवार को स्मृति ने उनके परिजनों से मिलकर ढांढस बढ़ाया।
रास्ते में जगदीशपुर मुसाफिरखाना व अन्य जगहों पर स्मृति ईरानी का कार्यकर्ताओं द्वारा फूल मालाओं से स्वागत किया गया। इसके बाद स्मृति ईरानी अपने मैदान में स्थित आवास पर पहुंची जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं स्थानीय लोगों से मुलाकात की। यहां से निकलकर बीजेपी कार्यालय जाएंगी तथा फिर श्री रणंजय इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित अहिल्याबाई होलकर की तीन सौंवी जयंती के उपलक्ष में एक गोष्ठी को संबोधित करेंगी।
स्मृति ईरानी का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। स्मृति ईरानी 2014 में अमेठी से चुनाव लड़ने के लिए आई थी और राहुल गांधी के मुकाबले का चुनाव हार गई थी। उसके बाद उन्होंने 2019 में कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनाव हराकर सियासी जगत में तहलका मचा दिया था। लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ता किशोरी लाल शर्मा के हाथों मात खानी पड़ी थी। इसके बाद उन्होंने अमेठी से दूरी बना ली थी हालांकि सोशल मीडिया के माध्यम से कई बार अमेठी को लेकर फिक्रमंद नजर आती थी।