ऐसा क्या हुआ कि अचानक मुर्गा बन माफी मांगने लगे शिक्षक बनने निकले ये अभ्यर्थी? जानें मामला
अभ्यर्थियों ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 181276 पद खाली हैं। उन्होंने बुधवार को मुर्ग़ा बनकर प्रदर्शन किया और सरकार से भर्ती शुरू करने की गुहार लगाई। उन्होंने कान पकड़कर कहा कि गलती हो गई जो मास्टर बनने के लिए डीएलएड कोर्स कर लिया।

यूपी के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में नई शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर डीएलएड प्रशिक्षित और टीईटी/सीटीईटी पास अभ्यर्थियों ने बुधवार को अलग ढंग से प्रदर्शन किया। वे अचानक मुर्गा बन गए और माफी मांगने लगे। सरकार से भर्ती शुरू करने की गुहार लगाते हुए अभ्यर्थियों ने कान पकड़कर कहा कि गलती हो गई जो मास्टर बनने के लिए डीएलएड कोर्स कर लिया। बता दें कि अपनी मांगों को लेकर ये अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को उनके बेमियादी धरने का आठवां दिन था। अभ्यर्थियों ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 181276 पद खाली हैं।
उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। इस संबंध में जल्द से जल्द प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए। आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने नई शिक्षक भर्ती का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है। देश के सबसे युवा सांसद पुष्पेन्द्र सरोज ने भी भर्ती को लेकर मुद्दा उठाया है और भरोसा दिलाया है कि लोकसभा में अभ्यर्थियों की बात रखेंगे।
उन्होंने कहा कि आयोग ने छह जून तक का समय मांगा था। अगर उनके आश्वासन पर कुछ नहीं होता तो छात्र फिर से छह जून को महाधरना देने को बाध्य होंगे। धरना देने वालों में रजत सिंह, अभिषेक तिवारी, विनय सिंह, रोहित तिवारी, विपुल यादव, मुकेश कुमार, सुनील यादव, राज मौर्य, नीरज सिंह, धर्मवीर मौर्या, शिवम धीमान, संदीप, दीपेश, सुनील यादव, पवन पांडेय आचार्य आदि शामिल रहे।
धरने में चंदे के धंधे पर घमासान शुरू
आयोग के बाहर चल रहे बेमियादी धरने में चंदे को लेकर घमासान शुरू हो गया है। एक अभ्यर्थी ने अपने फेसबुक एकाउंट पर पोस्ट किया है कि धरने से उसके लौटने के बाद कोचिंगों, छात्रों से चंदा जुटाया जा रहा है जबकि खाने और पानी की व्यवस्था नि:शुल्क कोचिंगों से हो रही है। उसने चेतावनी दी है कि कोचिंगों और छात्रों से जो रुपये लिए हैं उसका हिसाब स्पष्ट करे।