बहनों के गायब होने पर एटीएस और इंटेलीजेंस ब्यूरो जांच में जुटी, धर्मांतरण गैंग से जुड़ने की है जानकारी
यूपी के आगरा में सदर क्षेत्र से लापता सगी बहनों के मामले में गुरुवार को एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड एवं इंटेलीजेंस ब्यूरो की एंट्री हुई। धर्मांतरण के बाद धर्मांतरण के पक्ष में अभियान चलाने के इनपुट ने इस मामले को गंभीर बना दिया है।

यूपी के आगरा में सदर क्षेत्र से लापता सगी बहनों के मामले में गुरुवार को एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड एवं इंटेलीजेंस ब्यूरो की एंट्री हुई। धर्मांतरण के बाद धर्मांतरण के पक्ष में अभियान चलाने के इनपुट ने इस मामले को गंभीर बना दिया है। फिल्म 'द केरल स्टोरी' जैसी कहानी सामने आने पर जांच एजेंसियां इसे गंभीरता से ले रही हैं। सनसनीखेज मामले की तह तक पहुंचने को संयुक्त टीम दूसरे प्रदेशों में छापेमारी भी करेगी। 24 मार्च को सदर क्षेत्र निवासी सगी बहनें गायब हुई थीं। पिता ने उसी दिन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
पुलिस को बताया था कि बड़ी बेटी एमफिल पास है। वर्ष 2021 में भी चली गई थी। तब वे उसे उधमपुर (जम्मू कश्मीर) से लेकर आए थे। घर आने के बाद बेटी उनसे धर्म विशेष के बारे में बात करती थी। दूसरे धर्म की धार्मिक पुस्तक पढ़ने पर जोर देती थी। उसने छोटी बेटी का भी ब्रेन वॉश कर दिया। उसे भी साथ ले गई है। इस साजिश में साइमा उर्फ खुशबू की भूमिका है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में हिला देने वाला सच सामने आया था। आनन-फानन में मुकदमे की विवेचना साइबर क्राइम थाना ट्रांसफर की गई थी।
धर्मांतरण गैंग से आगरा की सगी बहनों के जुड़ने की आशंका के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसी और एटीएस भी सक्रिय हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो कुछ जांच एजेंसियों ने गोपनीय रूप से युवतियों के परिजनों से संपर्क कर जानकारियां जुटाई हैं। छानबीन में एक बात और सामने आई। वर्ष 2021 में परिवार की किस्मत अच्छी थी। बड़ी बेटी घर छोड़कर चली गई थी। सहेली साइमा उर्फ खुशबू और उसकी बहन उसे लेकर अनंतनाग जा रहे थे। रास्ते में लैंडस्लाइड हो गया। उनकी टैक्सी आगे नहीं जा सकती थी। आगरा की युवती को कश्मीरी लड़कियों के साथ देख उससे पूछताछ की। शक होने पर युवती के परिजनों को आगरा सूचना दी थी। जम्मू कश्मीर की साइमा की पढ़ाई आगरा से हुई है।
पुलिस ने बना रखी गोपनीयता
41 दिन बाद अपहरण का मुकदमा लिखने वाली पुलिस ने इस मामले में गोपनीयता बना रखी है। अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सूत्रों की मानें तो साइबर सेल ने कुछ अहम जानकारियां जुटाई थी। उसके बाद एक दो जगह छापेमारी की गई। पुलिस टीम जयपुर तक गई मगर कोई सुराग नहीं मिला। बाद में सगी बहनों के पश्चिमी बंगाल में होने की जानकारी मिली।