अलीगढ़ में मीट विक्रेताओं को पीटने में चौथा आरोपी भेजा जेल, सोशल मीडिया पर सियासत तेज
यूपी के अलीगढ़ में मीट विक्रेताओं से मारपीट के चौथे आरोपी भानु प्रताप उर्फ भूरा पुत्र प्रमोद निवासी गांव अलहदादपुर को गिरफ्तार कर लिया गया। थाना प्रभारी धीरज कुमार ने बताया कि भूरा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वीडियो फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है।

यूपी के अलीगढ़ में मीट विक्रेताओं से मारपीट के चौथे आरोपी भानु प्रताप उर्फ भूरा पुत्र प्रमोद निवासी गांव अलहदादपुर को गिरफ्तार कर लिया गया। थाना प्रभारी धीरज कुमार ने बताया कि भूरा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वीडियो फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है। हरदुआगंज में हमलवारों की पिटाई से घायल चालक और मीट विक्रेताओं की हालत में सुधार तो आ रहा है, मगर जख्मों से ज्यादा उस मंजर को याद करके वे कांप उठते हैं। मंगलवार देर रात पुलिस ने दो घायलों के बयान दर्ज किए। वे बोले कि योजना के तहत हम पर हमला किया गया। हमलावर हमें जिंदा जलाने की मंशा से आए थे। अगर पुलिस न आती तो हमें जान से मार देते।
ये था मामला
बीते शनिवार गांव अलहदादपुर के पास हिन्दूवादी संगठनों के लोगों ने मांस से लदी मैक्स जीप में तोड़फोड़ कर आग लगा दी थी। दिल्ली-कानपुर हाइवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया था। चालक अकील और मीट विक्रेता कदीम, अरबाज और अकील को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। चारों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
पुलिस नहीं आती तो हमें जिंदा जला देते हमलावर
घायल अतरौली निवासी कदीम पुत्र मुन्ना ने कहा कि वे गाड़ी से जा रहे थे। तभी अचानक तीन-चार बाइकों पर आए लड़कों ने ओवरटेक करके गाड़ी को रुकवा लिया। बोले कि रुको, अभी भैया आ रहे हैं। तभी एक दाढ़ी वाला युवक आया। उसने आते ही गाली देते हुए कहा कि इनको मार दो। इतना सुनते ही लोहे के पाइप से हमलावरों ने पीटना शुरू कर दिया। पुलिस समय पर नहीं आती तो शायद ही हम जिंदा होते।
उधर, दूसरे घायल अकील पुत्र शकील ने कहा कि हमलावरों की मंशा जिंदा जलाने की थी। पुलिस के सामने भी वे उग्र हो रहे थे। पुलिस ने भीड़ से निकालकर हमारी जान बचा ली।
सोशल मीडिया में संगठनों पर साधा निशाना
अलीगढ़ में मीट विक्रेताओं से मारपीट और आगजनी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी दलों के लगातार दौरों से सियासत गरमा गई है। सोशल मीडिया पर हिन्दूवादी संगठनों पर निशाना साधा जा रहा है। अलहदादपुर में मीट व्यापारियों पर हमला व बवाल की घटना सियासी तूल पकड़ती जा रही है। विपक्ष इस मामले में हमलावर है। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर स्थानीय स्तर पर विरोध के बीच पक्ष व प्रतिपक्ष में प्रतिक्रिया जारी हैं।
लोग तरह तरह की टिप्पणी करते हुए पक्ष प्रतिपक्ष में बयान जारी कर रहे हैं। इस घटना में मीट व्यापारी के पिता की ओर से दर्ज कराए गए चौथ वसूली और जानलेवा हमले के मुकदमे में पुलिस अब तक चार नामजदों को जेल भेज चुकी है, लेकिन नामजदगी में शामिल कई नामों पर उठे सवाल के बाद पुलिस अब अज्ञात बवालियों की तलाश करने में जुटी है।