UP Board topper: 14 घंटे पढ़ाई, मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी, UP टॉप करने वाले यश ने ऐसे पाई सफलता
UP Board topper: यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा में टॉप करने वाले यश प्रताप सिंह ने आम दिनों में भी 13 से 14 घंटे पढ़ाई की। यश ने अपनी सफलता का श्रेय स्कूल के टीचरों को दिया। यश जिस स्कूल में पढ़ते हैं, उनके पिता उसी स्कूल के प्रिंसिपल भी हैं।

यूपी बोर्ड की इंटर और हाईस्कूल परीक्षा का रिजल्ट शुक्रवार को घोषित कर दिया गया। जालौन के यश प्रताप सिंह ने हाईस्कूल में टॉप किया है। यश ने 97.83 प्रतिशत अंक हासिल किया है। यश ने अपनी सफलता का श्रेय स्कूल के अध्यापकों को दिया। यश ने बताया कि हर समस्या का मौके पर निस्तारण अध्यापकों ने किया। इससे उन्हें अपनी पढ़ाई और पेपर की तैयारी में काफी मदद मिली है। यश ने बताया कि आम दिनों में भी वह 13 से 14 घंटे पढ़ाई करते थे। परीक्षा के समय 18 से 20 घंटे पढ़ाई ने उन्हें यूपी का टॉपर बना दिया है। यश प्रताप को क्रिकेट में भी दिलचस्पी हैं। यश प्रताप न तो मोबाइल इस्तेमाल करते हैं और न ही फिल्में देखना पसंद है। उन्होंने बताया कि उन्हें जब कभी कुछ देखना या समझना होता है तो बड़े भाई, भाभी या पिता का मोबाइल ले लेते हैं। सोशल मीडिया पर भी उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है।
जनपद जालौन के रसकेंद्री देवी इंटर कॉलेज ऊमरी के छात्र यश प्रताप सिंह के पिता विनय कुमार सिंह इसी कॉलेज में प्रिंसिपल हैं। यश प्रताप सिंह के प्रदेश में पहला स्थान हासिल करने पर पूरा जिला गदगद है। यश प्रताप सिंह के पिता विनय कुमार सिंह और मां सुमन देवी तो बेटे की इस उपलब्धि पर नाचने ही लगे।
यश प्रताप का परिवार ऊमरी नगर के गूंज मोहल्ला का निवासी है। मौजूदा समय में यश प्रताप अपने बड़े भाई वैभव प्रताप सिंह के साथ कासगंज में हैं। वैभव कासगंज में सरकारी अध्यापक हैं। फोन पर यश प्रताप ने बताया कि वह अपनी इस सफलता का पूरा श्रेय स्कूल के सभी अध्यापकों को देते हैं क्योंकि उनकी देखरेख में ही उनको यह सफलता मिली है।
आईएएस बनकर देश सेवा करना चाहता हूं
ऊमरी। यश प्रताप कहते हैं कि वैसे तो राजनीति में दिलचस्पी नहीं है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुझे पसंद हैं। खेलकूद में क्रिकेट पसंद है और जब कभी खेलता हूं तो बैटिंग करना ही अच्छा लगता है। मेरा सबसे पसंदीदा खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी हैं। इसके बाद कोहली और सचिन को भी पसंद करता हूं। यश प्रताप कहते हैं कि मैं भविष्य में आईएएस बनकर देशसेवा करना चाहता हूं।
पहलगाम हमले ने यश को किया दुखी
ऊमरी। दो दिन पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले से यश प्रताप भी दुखी हैं। कहते हैं कि जिस तरीके से देश के लोगों को वहां बेरहमी से मारा गया है, उसी तरह सरकार को भी बड़ा कदम उठाना चाहिए। ताकि आतंकियों को खत्म किया जा सके।