प्रेमिका के लिए मां की हत्या करने वाले को नहीं कोई दुख, घुड़की देकर बोला- मैं सत्ताधारी दल का कार्यकर्ता हूं
- राजा का पड़ोसी गांव की लड़की से प्रेम प्रसंग है, वह व उसके परिजन राजा से गांव का मकान अपने नाम पर कराने का दबाव डाल रहे थे। जिसके चलते राजा आए दिन मां से विवाद करता था।

हैलो कंट्रोल रूम, मैंने अपनी मां की चाकू मारकर हत्या कर दी है। लाश घर में पड़ी है। आ जाओ गिरफ्तार कर लो आकर। ये शब्द थे कलियुगी बेटे राजा के जिसने अपनी मां को सिर्फ इसलिए मार दिया क्योंकि वह अपनी प्रॉपर्टी उसके नाम नहीं कर रही थी। कानपुर दक्षिण के नारायणपुरी में प्रमिला की हत्या के बाद घर में चीख-पुकार मची तो बेटी प्रीतू के ससुर लवकुश बचाने के लिए आए। आरोपित से चाकू छीनने के प्रयास में वह भी जख्मी गए। इसके बाद आरोपित घर से बाहर भागा तो तेजी से चिल्लाने लगा, मार दिया.. मार दिया। इसके बाद स्वयं पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। हनुमंत विहार पुलिस को सूचना दी गई और आरोपी को दबोच लिया गया।
रात में धमकाया था पटक कर मार डालूंगा
प्रीतू ने बताया कि राजा का पड़ोसी गांव की लड़की से प्रेम प्रसंग है, वह व उसके परिजन राजा से गांव का मकान अपने नाम पर कराने का दबाव डाल रहे थे। जिसके चलते राजा आए दिन मां से विवाद करता था। मां कानपुर आ गईं तो वह प्रतिदिन फोन कर धमकाता था। मंगलवार को फोन किया। कहा कि अगर मकान मेरे नाम नहीं किया तो वहीं आकर पटक कर मार डालूंगा। सुबह छह बजे मां से घर आने को कहा इनकार पर वह स्वयं आ गया।
हत्या के बाद भी नहीं दिखी शिकन
पुलिस आरोपी को पकड़ कर हनुमंत विहार थाने ले गई। आरोपित के चेहरे पर जघन्य अपराध करने के बाद भी कोई शिकन नहीं दिखी।
मैं सत्ताधारी दल का कार्यकर्ता हूं
पुलिस गिरफ्त में आया आरोपित पुलिस को घुड़की में लेने का प्रयास करने लगा। बोला कि मैं सत्ताधारी दल का कार्यकर्ता हूं। थोड़ा तमीज से पेश आओ। इसपर एक पुलिस कर्मी ने उसके गाल पर तमाचा मारा तब वह शांत हुआ।
तुमने ही मां को भड़काया है
प्रीतू के मुताबिक जबसे मां नारायणपुरी स्थित घर आ गई थीं, तबसे राजा को ऐसा लगता था कि वह बहनों के बहकावे में आकर मकान नाम नहीं कर रही हैं। यही कारण है कि घर में घुसते ही राजा ने कहा कि तुमने मां को भड़काया है और चाकू से हमला करने को दौड़ा।
दिल, फेफड़े और पसलियों के बीच पाए गए चाकू के निशान
घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजा। रिपोर्ट में प्रमिला की हथेली पर चाकू के गहरे निशान मिले हैं। जिससे पता चलता है कि उन्होंने बेटे से बचने की बहुत कोशिश की लेकिन वे उम्र के इस पड़ाव पर बेटे के आगे हार गईं। सीने पर तीन चोटों के निशान हैं, जिससे दिल और फेफड़ों के साथ पसलियों के बीच भी चाकू की चोट के निशान मिले हैं। गर्दन और पेट पर भी चाकू के निशान मिले हैं। जिसकी वजह से खून ज्यादा बहा और प्रमिला की मौत हो गई।