प्रयागराज में जाम से जनता परेशान, सोशल मीडिया पर बताया कैसे घरों में कैद, दूध की भी किल्लत
- महाकुम्भ मेले में शनिवार को भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। हर मार्ग भीड़ से पैक नजर आया। जगह-जगह बैरिकेडिंग व भीड़ के दबाव के कारण यातायात व्यवस्था बिगड़ गई। सुबह से रात तक भीषण जाम में लोग फंसे रहे। पैदल चलना भी मुश्किल हो गया।

महाकुम्भ मेले में शनिवार को भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। हर मार्ग भीड़ से पैक नजर आया। जगह-जगह बैरिकेडिंग व भीड़ के दबाव के कारण यातायात व्यवस्था बिगड़ गई। सुबह से रात तक भीषण जाम में लोग फंसे रहे। पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। घंटों जाम में फंसने से शहरवासी व राहगीर हलाकान रहे। पुलिस के आलाधिकारी से लेकर ट्रैफिक पुलिस मूकदर्शक बनी रही। प्रयागराज-वाराणसी मार्ग पर अंदावा में ही बाहरी वाहनों को रोक दिया जा रहा है। इसके बावजूद अंदावा से लेकर अलोपीबाग चुंगी तक पूरे दिन भीषण जाम की स्थिति बनी रही।
लोगों को मात्र एक-दो किमी 02 किलोमीटर की दूरी तय करने में लग गया दो घंटे का समय की दूरी तय करने में दो घंटे से भी अधिक का समय लग गया। पैदल चलना तक मुश्किल रहा। इसी तरह नैनी नया व पुराना पुल पर भी जाम लगा रहा। उधर, शहर में भी विकट जाम रहा। बालसन चौराहा, पार्वती अस्पताल चौराहा, मेडिकल कॉलेज चौराहा, हिन्दू हॉस्टल चौराहा से लेकर सीएमपी कॉलेज, बघाड़ा धर्मशाला, सोहबतियाबाग, रामबाग, तुलारामबाग, बाई का बाग से लेकर हर तरफ भीषण जाम लगा रहा।
कई किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर हुए लोग
मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 10-12 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। सवारी वाहन व शटल बस नहीं मिलने से बुजुर्ग व महिला श्रद्धालुओं को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं शहर में जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। सवारी वाहनों का अभाव है। ऐसे में लोगों को 5-6 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। वहीं लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर सड़क पर दोपहिया वाहन चालक प्रति व्यक्ति मनमाना किराया वसूलने से बाज नहीं आ रहे हैं।
घरों में कैद हुए लोग, सोशल मीडिया पर शेयर की परेशानी
स्नानार्थियों की लगातार बढ़ती भीड़ के दबाव की वजह से प्रयागराज में अधिकांश लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। लोगों को चारपहिया तो दूर दोपहिया लेकर भी चलना मुश्किल होने व लगा है। लोग अपनी परेशानियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर कर रहे हैं। कोई आलाधिकारियों से यातायात सुधारने की मांग कर रहा है, तो कोई भीषण जाम की फोटो और वीडियो पोस्ट कर रहा है।
बैरिकेडिंग से बढ़ी मुश्किलें
श्रद्धालुओं के अत्यधिक दबाव को देखते हुए शहर के बालसन चौराहे पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। इससे शहर के लोग भी इस पार से उस पार आवागमन नहीं कर पा रहे हैं। दिनभर लोगों की ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने कहासुनी होती रही। हालांकि पुलिस ने उच्चाधिकारियों के आदेश का हवाला देते हुए कन्नी काट लिया।
व्यापारिक वाहनों को भी इंट्री नहीं, दूध की रही किल्लत
मेयर से आश्वासन मिलने के बाद भी शुक्रवार रात व्यापारियों की गाड़ियां शहर में नहीं आ सकीं। इसके कारण न केवल प्रयागराज बल्कि महाकुम्भनगरी में भी समस्या बढ़ गई। महाकुम्भनगरी में शनिवार शाम को कई इलाकों में दूध की किल्लत बढ़ गई। एक निजी दवा कंपनी का माल कुम्भ नगरी में पहुंचना था लेकिन जाम के कारण उस गाड़ी को भी शहर में प्रवेश नहीं मिला। प्रयागराज व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष
सुशांत केसरवानी ने बताया कि व्यापारियों की बड़ी गाड़ियों की नो इंट्री के कारण समस्या बढ़ती जा रही है। न केवल फुटकर सामान बल्कि दवा, गाड़ियों के पार्ट समेत अन्य सामानों की सप्लाई नहीं हो रही है। मेयर ने डीएम से बातचीत कर आश्वासन दिया था कि उनकी गाड़ियों की इंट्री होगी, लेकिन शुक्रवार रात भी यातायात व्यवस्था सामान्य नहीं हो सका। इसके बाद शहर के बाहर खड़ी गाड़ियां प्रवेश नहीं कर सकीं।
मेला से नहीं निकल सकी कार छूट गई श्रद्धालु की फ्लाइट
प्रयागराज से लेकर महाकुम्भ मेले तक जाम ने परेशानी बढ़ा दी है। किसी की फ्लाइट तो किसी की ट्रेन छूट जा रही है। हवाई यात्रा करने वाले एक श्रद्धालु को लेकर कार चालक शनिवार सुबह चार बजे मेला क्षेत्र से एयरपोर्ट के लिए निकला, लेकिन वह शहर में प्रवेश नहीं कर सका। नतीजा श्रद्धालु की फ्लाइट छूट गई। यह हाल सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं है, जाम में फंसने वाले श्रद्धालुओं की ट्रेन और फ्लाइट लगातार छूट रही है।
शहर के एक ट्रेवल एजेंट के कार चालक अरविंद मिश्र ने बताया कि महाकुम्भ नगर के सेक्टर पांच में नागपुर से एक श्रद्धालु आए थे। शनिवार सुबह आठ बजे उनकी फ्लाइट थी। भोर में ही वह कार लेकर उनके शिविर में पहुंच गए। सुबह चार बजे वह श्रद्धालु को लेकर एयरपोर्ट छोड़ने के लिए चला। अरविंद की मानें तो उस वक्त सभी पांटून पुल बंद मिले। वह पहले पांटून पुल नंबर 14 पर गया जहां पर बंद होने पर उसे आगे भेज दिया गया। 16, 18 और 20 नंबर भी बंद मिला। पांटून पुल नंबर 22 पर भेजा गया। वहां से भी प्रवेश नहीं मिला। उसे शाखी पुल से जाने की सलाह दी गई। दो घंटा हो चुका था, लेकिन वह कुम्भ नगरी से बाहर नहीं निकल सका। फिर वह वापस पांटून पुल नंबर 16 से निकले। लेकिन एयरपोर्ट तक पहुंचने में काफी देर हो गई और उनकी फ्लाइट छूट गई।
जाम में फंसे रहे, चली गई ट्रेन
जाम और जगह-जगह बैरिकेडिंग की वजह से लोगों को सड़क पर सवारी वाहन तक नहीं मिल रहे हैं। नैनी के राकेश तिवारी व झुंसी के मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार शाम हवाई अड्डे पर नहीं पहुंच सके। उधर, प्रीतमनगर के अनुपम राय व दारागंज के मनोहर तिवारी ने बताया कि उनकी ट्रेन छूट गई। उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की फ्लीट के कुछ वाहन लाल सड़क पर भीड़ में फंस गए। प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय के सामने सीएम आगे निकल गए और पीछे एम्बुलेंस व कुछ वाहन रुक गए। पुलिसकर्मियों ने रूट क्लीयर कराया।