Prayagraj Weather: कोहरे के बाद दिन में खिलेगी धूप, पारा बढ़ा, एक फरवरी तक शुष्क-गर्म रहेगा मौसम
- माघ के महीने में बुधवार को फाल्गुन जैसा मौसम रहा। चटख धूप खिली तो ठंड के महीने में पसीना छूटने लगा। मौसम में हुए बदलाव से पांच दिन में अधिकतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया। गुरुवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा।

माघ के महीने में बुधवार को फाल्गुन जैसा मौसम रहा। चटख धूप खिली तो ठंड के महीने में पसीना छूटने लगा। मौसम में हुए बदलाव से पांच दिन में अधिकतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया। गुरुवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। सुबह कोहरे के साथ हुई। दिन में खिली धूप से गर्मी का अहसास होगा। इस माह 18 जनवरी को अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस था। आमतौर पर इस समय कड़ाके की ठंड रहती है, लेकिन दिन के तापमान में वृद्धि होने से गर्मी की दस्तक का एहसास होने लगा।
बुधवार को अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि इस माह का सबसे ज्यादा तापमान रिकॉर्ड किया गया। न्यूनतम तापमान बुधवार को 11.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि मंगलवार की अपेक्षा 2.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। न्यूनतम तापमान में गिरावट होने से शाम से ठंड बढ़ने लगी। साथ ही देहात क्षेत्रों में कोहरा छाया रहा।
वहीं तेज धूप निकलने से श्रद्धालुओं ने मेले का आनंद लिया। दोपहर दो बजे के धूप असहनीय हो चली। लोगों को गरम कपड़े उतारने पड़े। गुरुवार को भी सुबह घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार आज का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा।
एक फरवरी तक ऐसे ही मौसम के आसार
मौसम वैज्ञानिक आकाश मिश्र के अनुसार पश्मिची विक्षोभ सक्रिय नहीं है। इसलिए मौसम शुष्क बना हुआ है। यह स्थिति एक फरवरी तक बने रहने के आसार हैं। तापमान में बढ़ोतरी होने से गर्मी का अहसास होगा, लेकिन सुबह-शाम ठंड रहेगी।
स्नान के समय लगातार डुबकी लगाने से बचे
अरैल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सदानंद ने बताया कि मौसम में उतार-चढ़ाव से सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि अधिक पैदल चलने व धूप के कारण बीपी बढ़ सकता है। इससे चक्कर भी आ सकता है। स्नान करने में सावधानी बरतें। थोड़ी देर पानी में रुकने के बाद डुबकी लगाएं। केंद्रीय अस्पताल के डॉ. आशुतोष ने बताया कि इमरजेंसी में आने वाले मरीज ज्यादातर अचेत अवस्था में आते हैं। मौसम में बदलाव के कारण शरीर का तापमान भी असंतुलित होने लगता है।