सो रहे बुजुर्ग किसान की गोली मारकर हत्या, एक साल पहले हुए मर्डर से जुड़े हो सकते हैं तार
- यूपी में संभल के हयातनगर थानाक्षेत्र के महोरा लखूपुरा गांव में शनिवार रात घर के घेर में सो रहे बुजुर्ग किसान की गोली मारकर हत्याकर दी गई। हत्यारों ने उनके सीने में गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर घर में सो रहे परिजन जब तक बाहर पहुंचे, तब तक हत्यारे भाग चुके थे।

यूपी में संभल के हयातनगर थानाक्षेत्र के महोरा लखूपुरा गांव में शनिवार रात घर के घेर में सो रहे बुजुर्ग किसान की गोली मारकर हत्याकर दी गई। हत्यारों ने उनके सीने में गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर घर में सो रहे परिजन जब तक बाहर पहुंचे, तब तक हत्यारे भाग चुके थे। वारदात से गांव में सनसनी मच गई। पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद शव पोस्टमार्टम को भेज दिया। एएसपी व सीओ भी घटनास्थल पहुंचे। साथ ही फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए। किसान के बेटे ने तीन लोगों के खिलाफ रंजिशन हत्या करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।
महोरा लखूपुरा निवासी 70 वर्षीय किसान राजेंद्र सिंह परिवार के साथ गांव में रहते थे। रोजाना की तरह शनिवार रात वे खाना खाने के बाद घर के बाहर घेर में सोने चले गए। जबकि परिवार के अन्य सदस्य घर के अंदर सो रहे थे। परिजनों के मुताबिक देर रात एक बजे उन्होंने गोली चलने की आवाज सुनी। इस पर बेटा रवेंद्र व उसकी पत्नी त्रिवेणी दौड़कर बाहर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। पिता खून से लथपथ चारपाई पर पड़े थे। किसी ने उनके सीने में गोली मारी थी। चीख-पुकार सुनकर परिजन व पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे। इससे पहले की लोग उनको अस्पताल ले जा पाते, उनकी सांसे थम चुकी थी।
हत्याकांड से गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने रवेंद्र व अन्य परिजनों से वारदात के बारे में पूछताछ की। एएसपी डॉ. श्रीश्चंद्र और सीओ अनुज चौधरी भी गांव पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंच साक्ष्य जुटाए। रवेंद्र ने गांव के ही रंगरेश व उसके भाई कररु और पप्पू पर रंजिश के चलते हत्या करने का आरोप लगाकर पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने दो सगे भाइयों समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
बदला या साजिश, जांच में जुटी पुलिस
महोरा लखूपुरा गांव में 27 मार्च 2024 की शाम एक मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया था, जिसके चलते 19 वर्षीय राहुल की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। यह विवाद राजेंद्र सिंह के पोते विरलेश द्वारा घरों की दीवारों पर एक कोचिंग सेंटर के पंफ्लेट चस्पा करने के दौरान शुरू हुआ था। राहुल और विरलेश के बीच विवाद तब हुआ था, जब विरलेश ने पंफ्लेट राहुल के घर की दीवार पर भी चस्पा कर दिया। राहुल ने इसका विरोध किया, जिससे विवाद और बढ़ गया। इसी दौरान गुस्से में आकर विरलेश व उसके परिजनों ने चाकू से हमला कर राहुल की हत्या कर दी। इस हत्याकांड में पुलिस ने विरलेश, उसके भाई विकेश और पिता तेजपाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
हालांकि, जांच के दौरान विकेश की संलिप्तता साबित नहीं हुई, जिसके बाद उसका नाम मामले से हटा दिया गया। हत्या के आरोप में गिरफ्तार विरलेश छह महीने पहले जमानत पर रिहा हो गया, जबकि उसके पिता तेजपाल की जमानत अब तक मंजूर नहीं हुई है। परिवार लगातार जमानत की कोशिश कर रहा है, लेकिन अदालत से अब तक राहत नहीं मिल पाई है।
समझौते का दबाव बना रहे थे तेजपाल के परिजन
बीते वर्ष हुई छात्र राहुल की हत्या के मामले में जेल में बंद तेजपाल की जमानत अब तक मंजूर नहीं हुई है। इस मामले को लेकर तेजपाल के परिजन लंबे समय से मृतक राहुल के परिवार पर समझौते का दबाव बना रहे थे, लेकिन पीड़ित पक्ष किसी भी तरह का समझौता करने को तैयार नहीं था।