डीएनए की बातें करने वालों की सदस्यता क्यों नहीं जाती, अब्बास के मामले पर बोले अखिलेश, कहां निशाना?
मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के पक्ष में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को नजर आए। एक बयान को लेकर अब्बास को सजा और उनकी विधानसभा सदस्यता जाने को लेकर सरकार पर हमला बोला। सरकार की तरफ से आए डीएनए वाले बयान की याद दिलाई।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी के पक्ष में खुलकर सामने आ गए हैं। शुक्रवार को लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अब्बास की सदस्यता जानबूझकर ली गई है। सरकार ने अब्बास अंसारी की सदस्यता ली है। अगर ऐसे बयान पर किसी की सदस्यता ली जा सकती है तो सरकार में बैठे लोग क्या-क्या बोल रहे हैं। अखिलेश ने डीएनए वाले बयान की याद दिलाई। कहा कि मेरा डीएनए याद दिलाएंगे वह लोग। क्या समाजवादियों का डीएनए पूछेंगे। जितने लोगों ने डीएनए की बात की है जज लोग उनकी सदस्यता क्यों नहीं लेते हैं। जो लोग डीएनए पूछ रहे हैं उनकी सदस्यता क्यों नहीं जा रही। मुझे तो लगता है यह फैसला भी जाति के आधार पर हो रहा है।
मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को चुनाव के दौरान दिए गए एक बयान के आधार पर पिछले हफ्ते मऊ की अदालत ने दो साल की सजा सुनाई थी। इसके अगले ही दिन उनकी विधानसभा सदस्यता चली गई थी। माना जा रहा है कि अब्बास के बयान के बहाने अखिलेश यादव का निशाना डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक थे। पिछले महीने ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के डीएनए को लेकर एक बयान दिया था। इसके बाद अखिलेश यादव के साथ उनका वार-पलटवार का लंबा दौर चला था।
अखिलेश यादव ने क हा कि आज छत्रपति शिवाजी महाराज जी का जो हम राज्याभिषेक दिवस मना रहे हैं, यह हमें रास्ता दिखा रहा है कि किस तरह से हम पंथनिरपेक्ष होकर, सबको साथ लेकर, सबका सम्मान करके समाज को मजबूत कर सकते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षामित्र और तमाम पढ़े लिखे नौजवान जो आंदोलन और धरने पर बैठे हैं उन्हें न्याय समाजवादी सरकार में ही मिलेगा। पीडीए की सरकार बनेगी तो इन्हें न्याय मिलेगा। यह भी कहा कि 2027 में पीडीए सरकार में ही जातीय जनगणना होगी। तभी सही तरीके से जतीय जनगणना हो सकेगी। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की सरकार में कानून व्यवस्था का नारा था जीरो टॉलरेंस लेकिन वही जीरो हो गया है।