गुड नाइट टाइम पर अखिलेश ने कहा हैप्पी बर्थडे; देर रात योगी को जन्मदिन की मुबारकबाद दी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से गुड नाइट के समय जन्मदिन की बधाई मिली। देर रात एक्स पर एक लाइन के पोस्ट से अखिलेश ने सीएम योगी को मुबारकबाद दी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भले ही तमाम नेताओं की ओर से सुबह से ही जन्मदिन की बधाइयां मिलने लगीं और दोपहर बाद तक सिलसिला चलता रहा। लेकिन यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी अखिलेश यादव की तरफ से गुड नाइट वाले टाइम पर हैप्पी बर्थ डे वाला संदेश मुख्यमंत्री के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट हुआ। रात 10.28 पर पोस्ट किए गए इस संदेश में बधाई के साथ ही तंज भी साफ झलक रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम लोगों ने सीएम योगी को जन्मदिन की बधाइयां दीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन पर बधाइयां देने का सुबह से तांता लगा हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों की तरफ से उन्हें दोपहर से पहले ही बधाइयां मिलीं। मायावती समेत तमाम विपक्षी नेताओं ने भी सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई दी। देर शाम तक किसी की बधाई नहीं आई थी तो वह यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी के प्रमुख अखिलेश यादव की थी। जबकि सीएम योगी ने अखिलेश यादव को उनके जन्मदिन एक जुलाई को सुबह-सुबह ही बधाई दे दी थी। योगी ने बकायदे तीन लाइनों में लिखा था कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि आपको सुदीर्घ जीवन और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति हो।
जबकि अखिलेश ने बिल्कुल इससे उलट बधाई संदेश दिया। सीएम योगी और उनकी सरकार पर निशाना साधने के लिए अखिलेश भले ही लंबी-लंबी पोस्ट लिखते रहते हैं लेकिन जन्मदिन का बधाई संदेश बेहद संक्षेप में दिया है। अगर कहें कि एक लाइन भी पूरी नहीं लिखी तो गलत नहीं होगा। अखिलेश ने केवल आठ शब्दों में मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी। इस बधाई में भी वह नाम लिखना भूल गए जिससे पूरी दुनिया मुख्यमंत्री को जानती और पहचानती है। अखिलेश ने बधाई देते हुए केवल आदित्यनाथ जी लिखा। आदित्यनाथ के साथ योगी लिखना ही अखिलेश यादव भूल गए। योगी नहीं लिखने के पीछे उनकी क्या मंशा रही, यह तो वही बता सकते हैं।
अखिलेश ने लिखा कि मा. आदित्यनाथ जी को जन्मदिन की सौहार्दपूर्ण मुबारकबाद! यहां सौहार्दपूर्ण लिखना भी एक तरह से तंज ही माना जा रहा है। इस शब्द को ढाल बनाकर अक्सर विपक्षी पार्टियां और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री पर निशाना साधते रहे हैं। कहा जा रहा है कि अब जन्मदिन के मौके पर बधाई में भी इस शब्द को डालकर अखिलेश अपने उन वोटरों को शायद खुश करना चाहते हैं जो योगी के कट्टर विरोधी हैं। अब जो भी, यह तो साफ हो गया है कि जैसे-जैसे 2027 का चुनाव नजदीक आएगा इस तरह के तंज और निशाने तेज होंगे।