परिवार के लिए मौत से लड़ी महिला, ट्रक को आता देखकर बच्चों को फेंककर बचाया, अपनी दे दी जान
कहते हैं मां के आंचल में बच्चा सबसे सुरक्षित होता है। इसका उदाहरण अलीगढ़ में सामने आया। यहां एक महिला अपने बच्चों की खातिर मौत से लड़ गई। सोमवार को अचलताल स्थित रामलीला मैदान के सामने हुए हादसे में एक मां ने अपनी जान गंवा कर इसे सच साबित कर दिया।

कहते हैं मां के आंचल में बच्चा सबसे सुरक्षित होता है। इसका उदाहरण अलीगढ़ में सामने आया। यहां एक महिला अपने बच्चों की खातिर मौत से लड़ गई। सोमवार को अचलताल स्थित रामलीला मैदान के सामने हुए हादसे में एक मां ने अपनी जान गंवा कर इसे सच साबित कर दिया। अपने पति व बच्चों के साथ स्कूटी से कासगंज जा रही महिला ने सामने से ट्रक आता देख गोद में सो रहे दोनों बच्चों को दूर फेंक दिया। इससे दोनों बच गए। जबकि ट्रक ने स्कूटी में टक्कर मार दी, जिसमें महिला की जान चली गई।
जिला कासगंज के पेवसरा निवासी रिंकू गुरुग्राम में रहकर पेटिंग का काम करता है। सोमवार की सुबह वह पत्नी पूनम (25) और बेटे दिविश, जतिन के साथ स्कूटी पर गुरुग्राम से कासगंज जा रहे थे। रास्ते में जीटी रोड स्थित अस्पताल के पास पहुंचते ही एटा चुंगी की ओर से आ रहे ट्रक ने स्कूटी में टक्कर मार दी। पूनम स्कूटी से सड़क पर गिर गई। ट्रक इसके बाद भी नहीं रुका। ट्रक आता देखकर महिला ने बच्चों को फेंककर बचा लिया और खुद पहिए के नीचे आकर गंभीर रूप से घायल हो गई।
हादसा देख राहगीरों की भीड़ एकत्रित हो गई। मौका मिलते ही आरोपी चालक ट्रक छोड़कर मौके से फरार हो गया। गंभीर हालत में पूनम को जिला अस्पताल लेकर गए। जहां चिकित्सकों ने पूनम को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भेज दिया। ट्रक को कब्जे में ले लिया। इंस्पेक्टर एसपी सिंह ने बताया कि ट्रक की चपेट में आकर महिला की मौत हुई थी। ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बड़ा सवाल: नोएंट्री में कैसे घुसा ट्रक
शहर में सुबह सात बजे से रात दस बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इसके बावजूद ट्रक शहर में कैसे आ गया। इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि ट्रक रात में अंदर दाखिल हुआ था। खराब होने के चलते खड़ा हुआ था। चालक ट्रक को सही कराकर निकल रहा था।