यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं को योगी सरकार ने दी बूस्टर डोज, तीन जिलों को लेकर लिए तीन बड़े फैसले
- यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए योगी सरकार ने बूस्टर डोज दी है। इसके लिए कैबिनेट मीटिंग में एक साथ तीन जिलों को लेकर तीन बड़े फैसले लिए गए हैं।

यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए योगी सरकार ने बूस्टर डोज दी है। इसके लिए कैबिनेट मीटिंग में एक साथ तीन जिलों को लेकर तीन बड़े फैसले लिए गए हैं। इसमें सैफई में 300 बेड के ऑब्स एंड गायनी ब्लॉक की पुनरीक्षित लागत को मंजूरी, बुलंदशहर में नर्सिंग कॉलेज और बलिया में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए भूमि हस्तांतरण शामिल है। बलिया का यह मेडिकल कॉलेज स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय के नाम पर होगा। योगी कैबिनेट ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के इन तीन प्रस्तावों को सोमवार को स्वीकृति दे दी। योगी कैबिनेट ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बूस्टर डोज देने वाले तीन प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। इन फैसलों का लाभ पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश दोनों के लोगों को होगा।
बलिया में नये मेडिकल कॉलेज को मिली जमीन
योगी सरकार एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज की मुहिम चला रही है। इसी क्रम में बलिया में एक नया मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। राज्य में फिलहाल 27 स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज, पीपीपी मोड पर तीन मेडिकल कॉलेज और 33 निजी मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। पिछले सात वर्षों में 36 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। बलिया में नए मेडिकल कॉलेज के लिए जिला कारागार की 14.05 एकड़ भूमि को चिकित्सा शिक्षा विभाग को सौंपे जाने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। इस मेडिकल कॉलेज का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चित्तू पांडेय के नाम पर रखा जाएगा, और उनके सम्मान में परिसर में उनकी प्रतिमा भी लगाई जाएगी। इस मेडिकल कॉलेज के खुलने से न सिर्फ बलिया बल्कि आसपास के जिलों के लोगों को भी लाभ होगा। उन्हें इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
सैफई में मिलेगा माताओं-बच्चों को बेहतर इलाज
इटावा के सैफई स्थित आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 300 बेड के ऑब्स एंड गायनी ब्लॉक की स्थापना की जाएगी। इसमें 100 बेड का पीडियाट्रिक ब्लॉक भी शामिल होगा। इस पुनरीक्षित प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। पहले इस परियोजना की लागत 176.77 करोड़ रुपये थी, लेकिन निर्माण लागत बढ़ने और नई कर व्यवस्था लागू होने के कारण अब इसकी लागत 232.17 करोड़ रुपये हो गई है। इस परियोजना से सैफई और आसपास के जिलों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार होगा।
बुलंदशहर में बनेगा नर्सिंग कॉलेज
केंद्र सरकार की सहायता से उत्तर प्रदेश के 27 स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालयों में नर्सिंग कॉलेज बनाए जा रहे हैं। इसी योजना के तहत बुलंदशहर में भी एक नर्सिंग कॉलेज स्थापित किया जाएगा। प्रत्येक कॉलेज की कुल लागत 10 करोड़ रुपये होगी, जिसमें 60 फीसदी खर्च केंद्र सरकार और 40 फीसदी राज्य सरकार वहन करेगी। बुलंदशहर मेडिकल कॉलेज के पास ही 4570 वर्गमीटर भूमि को इस नर्सिंग कॉलेज के लिए चिन्हित किया गया है। यह भूमि पहले कृषि विभाग के अधीन थी, जिसे अब चिकित्सा शिक्षा विभाग को निःशुल्क सौंप दिया गया है। नर्सिंग कॉलेज बनने से क्षेत्र में प्रशिक्षित नर्सों की संख्या बढ़ेगी, जिससे अस्पतालों में स्टाफ की कमी दूर होगी।