गजब सिस्टम! पहले सड़कों पर हुड़दंग करते हैं, पुलिस पकड़े तो कुछ घंटे में ही छूट जा रहे
उत्तराखंड की सड़कों पर आए दिन हुड़दंग करते आरोपियों को पुलिस पकड़ती रहती है। लेकिन कुछ ही घंटों में ये आरोपी छूट जाते हैं।

कार-बाइक से स्टंट-हुड़दंग करने के आरोपी पकड़े जाने के बाद कुछ घंटे में ही छूट जा रहे हैं। अपनी और दूसरों की जान के लिए खतरा बनने वाले ऐसे आरोपियों को जेल भेजने का प्रावधान कानून में नहीं है, जिससे इनकी मनमानी हावी है।
पिछले ढाई महीने में देहरादून में सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में ऐसी वीडियो-रील सामने आई, जहां देहरादून की सड़कों पर युवाओं ने वाहनों पर स्टंटबाजी करते हुए वीडियो बनाए। सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए युवा ऐसा करते हैं। वायरल होने के लिए इन युवाओं को कानून का भी डर भी नजर नहीं आता है। इसी कारण ऐसा करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। सोशल मीडिया पर युवाओं के हुड़दंग और स्टंटबाजी की रील पुलिस तक पहुंचती है तो पुलिस भी ऐसा वाहनों को सीज कर चालकों का चालान करने तक सीमित रहती है। कुछ मामलों में वाहन चालकों के खिलाफ शांति भंग में कार्रवाई होती है। ऐसे मामलों में कुछ घंटे पुलिस हिरासत में रखने के बाद इन्हें छोड़ दिया जाता है। पिछले ढाई महीने में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया कि इस तरह हुड़दंग या स्टंट करने वाला जेल भेजा गया हो।
बाइक छुड़ाने के दौरान थाने में बनाई रील, दो धरे
सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले दो युवकों को देहरादून की नेहरू कॉलोनी पुलिस ने हिरासत में लिया है। दोनों युवकों ने थाना परिसर से बाइक रिलीज कराने के बाद बिना हेलमेट के रैश ड्राइविंग और स्टंट करते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। थाने परिसर को भी वीडियो में दिखाया। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए इंद्रेश और मोहित कुमार निवासी ब्रह्मपुरी, थाना पटेलनगर के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की। उनकी बाइक सीज कर ली गई। दोनों आरोपी हिरासत में लिए गए।
कार के शीशों पर काली फिल्म लगा बनाई रील,चालक पकड़े
बिना नंबर प्लेट लगी कार के शीशों पर ब्लैक फिल्म लगाकर उससे स्टंट कर रील बनाने के आरोपी बिंदाल चौकी पुलिस ने पकड़ लिए। मामले में पुलिस ने दो कार को सीज कर उनके चालक हिरासत में लिए हैं।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक आईडी से थार कारों के शीशों पर ब्लैक फिल्म लगाकर रैश ड्राइविंग की रील अपलोड की गई। इसमें एक कार पर नंबर प्लेट लगी थी। जबकि, दूसरी बिना नंबर प्लेट की थी। पुलिस ने जांच की तो जिस कार पर नंबर प्लेट लगी थी उसके मालिक का नाम जमालुद्दीन निवासी मित्रलोक कॉलोनी, बल्लूपुर मिला। पुलिस ने बिंदाल क्षेत्र में चेकिंग के दौरान इस कार को पकड़ लिया। चेकिंग की तो कार को अयान नाम का युवक चला रहा था। उससे कार के वैध दस्तावेज मांगे गए। वह न तो ड्राइविंग लाइसेंस दे पाया न कार के दस्तावेज।
दून में ढाई महीने में 62 आरोपी पकड़े गए
देहरादून में अप्रैल से लेकर 17 जून तक वाहनों से हुड़दंग, स्टंट और रैश ड्राइविंग का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर चलाने के 31 मामले सामने आए। इनमें सभी 31 वाहनों को सीज करते हुए 62 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
इस तरह के मामले शांतिभंग और मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन होते हैं। मोहर वाहन अधिनियम में वाहन सीज होता है। शांतिभंग के आरोपी जमानत पर छूट जाते हैं। इन्हें जेल भेजने का कानून में दायरा नहीं है।
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