Festive Celebration of Dussehra with Door Letters and Community Reconnection in Kamsyara Valley कमस्यार घाटी पांच हजार बंद घरों में लगाए दशहरा द्वार पत्र, Bageshwar Hindi News - Hindustan
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कमस्यार घाटी पांच हजार बंद घरों में लगाए दशहरा द्वार पत्र

कांडा के कमस्यार घाटी क्षेत्र में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया। बंद घरों में दशहरा द्वार पत्र चिपकाए गए और प्रवासियों को गांव आने का निमंत्रण दिया गया। महोत्सव के अध्यक्ष विनोद मेहरा ने रिवर्स पलायन...

Newswrap हिन्दुस्तान, बागेश्वरThu, 5 June 2025 01:19 PM
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कमस्यार घाटी पांच हजार बंद घरों में लगाए दशहरा द्वार पत्र

कांडा, संवाददाता तहसील के कमस्यार घाटी क्षेत्र के बंद घरों में गुरुवार को दशहरा द्वार चिपकाए गए। साथ ही प्रवासियों से अपने गांव आने की न्यौता भी दिया गया। लगभग पांच हजार पत्र लगाए गए। कमस्यार महोत्सव के अध्यक्ष विनोद मेहरा ने रिवर्स पलायन को लेकर दीवावली से अभियान चलाया है। वह बंद घरों के आगे दीये जलाते हैं। दशहरा पर्व पर बंद घरों के दरवाजों पर दशहरा द्वार पत्र चिपकाए गए। साथ ही प्रवासियों को इसकी फोटो भेजकर गांव वापस आने का निमंत्रण भी दिया गया। मेहरा ने कहा कि पलायन के चलते गांव आधे खाली हो गए हैं। लोग अपनी विरासत को छोड़ रहे हैं।

कमस्यार महोत्सव के बहाने हमने लेागों को जोड़ने का काम किया। इस महोत्सव में प्रवासी अब बढ़चढ़कर भाग ले रहे हैं। गत वर्ष दीपावली से अभियान को विस्तार रूप दिया गया। बंद घरों के आगे दीये जलाए गए। इसका असर यह हुआ कि होली पर काफी लेाग अपने गांव आए। अब दशहरा द्वार पत्र चिपकाए हैं। यह अभियान आगे भी चलता रहेगा। लोगों को अपने गांव आने का भी निमंत्रण दिया गया। जिले में धूमधाम से मनाया दशहरा द्वार पत्र बागेश्वर। गंगा के धरती पर अवतरण और जल संरक्षण का प्रतीक पर्व दशहरा जिले में धूमधाम के साथ मनाया गया। लोगों ने वज्रपात, अग्नि और दैवी आपदा से घर की रक्षा की कामना के लिए देहरी, दरवाजों पर मंत्र लिखित दशहरा पत्र चिपकाए। मंदिरों में पूजा, अर्चना कर भगवान से सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। दशहरा पर्व पर गंगा के पावन जल से स्नान, गंगा पूजन और दान का विशेष महत्व माना गया है। गुरुवार को लोगों ने सरयू स्नान किया पूजा, अर्चना करने वालों की खासी भीड़ रही। बाबा बागनाथ का जलाभिषेक कर मंदिर में दशहरा पत्र लगाए। घर के बुजुर्गों और महिलाओं ने परिवार की सुरक्षा के लिए देहरी और दरवाजों पर दशहरा द्वार पत्र लगाए। मां गंगा की पूजा, अर्चना की गई। पर्यावरण प्रेमियों ने दशहरा पर्व पर जल संरक्षण का संकल्प लिया। पंडित गणेश चंद्र तिवारी ने बताया कि वैदिक मंत्रों से अभिरक्षित दशहरा पत्र को दरवाजे पर लगाने से घर और परिवार के लोग सुरक्षित रहते हैं। सनातन धर्म में गंगा को मां का स्थान हासिल है। इस दिन गंगा स्नान, पूजन और दान करने से भक्तों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

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