अस्पताल में के बेहतर इलाज को धरने पर बैठे समाजसेवी
बागेश्वर। सामाजिक कार्यकर्ता बालकृष्ण जिला अस्पताल में धरने पर बैठ गए। वह अपने 85 वर्षीय पिता को अस्पताल ले गए थे। वहां इमरजेंसी में नियुक्त चिकित्सक

बागेश्वर। जिला अस्पताल में गंदगी और मरीज को आइसीयू नहीं मिलने पर सामाजिक कार्यकर्ता बालकृष्ण धरने पर बैठ गए। वह अपने 85 वर्षीय पिता को अस्पताल ले गए थे। जहां अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक से उनकी नोकझोक हो गई। मंगलवार की देर शाम समाजसेवी बालकृष्ण के पिता दीवान राम की तबीयत बिगड़ गई। वह चेस्ट में दर्द तथा बेचैनी बता रहे थे। अपने साथियों के साथ वाहन में बैठाकर समाजसेवी बालकृष्ण जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे। जहां महिला चिकित्सक ने रोगी को इंजेक्शन लगाया। उन्हें भर्ती करने की सलाह दी। बालकृष्ण ने बताया कि जिस कक्ष में उन्हें भर्ती किया गया वहां गंदगी थी।
उनके पिता की बेचैनी बढ़ने लगी। उन्होंने चिकित्सक से आइसीयू में बेड देने को कहा। जिस पर वह भड़क गए। वह अपने पिता को व्हील चेयर में बिठाकर धरने पर बैठ गए। हंगामा बढ़ते देख वहां लोगों की भीड़ लगने लगी। सीएमएस डा. एसपी त्रिपाठी, वरिष्ठ चिकित्सक राजीव उपाध्याय आदि वहां पहुंच गए। उनके समझाने पर वह माने। इस अवसर पर रमेश चंद्र, महेश पंत, दीपक कुमार आदि थे। इधर, सीएमएस ने कहा कि बड़ी बात नहीं थी। उनके पिता को बेहतर उपचार दिया जा रहा है।
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